विनीत पंसारी की रिपोर्ट
महेन्द्रगढ़: गत दिवस रात्रि 9 बजे स्थानीय सब्जी मण्डी के नजदीक श्री आदर्श रामलीला कमेटी के भव्य रंगमंच पर भरत मिलाप (दशरथ मरण ) की लीला का मंचन किया गया । इसके मुख्य अतिथि राकेश उर्फ गौतम (बुडीण) जिला पार्षद वार्ड न.(2)थे जिन्होंने 11000 रू.रामलीला में प्रदान किए । अयोध्या के महामंत्री सुमन्त जी जब जब राजमहल में आकार यह समाचार देते हैं कि राम,लक्ष्मण और सीता मेरे साथ वापिस नहीं आए और वे वनों में चले गए हैं तोयह सुनकर राजा दशरथ को बहुत दुख होता है और वे राम के वियोग में अपने प्राण त्याग देते हैं ।
उधर ननिहाल में गए हुए भरत को जब सारी बातों का पता लगता है तो वे तुरन्त अयोध्या आते हैं और माता कैकेई को बहुत ही भला-बुरा कहते हैं । वे रामजी को मनाने के लिए पूरी सेना लेकर वनों में जाते हैं परन्तु रामजी वापिस आने के लिए मना कर देते हैं और पिता जी के वचनों का पालन करते हैं । अन्त में भरत जी प्रभु रामजी की चरणपादुकाएँ अयोध्या के राज सिंहासन पर लाकर रख देते हैं । सुमन्त के अभिनय में अमरसिंह सोनी, भरत-हरीशंकर कौशिक, कैकेई-मनोज शर्मा, दशरथ-गगन सैनी, राम-सुरेश गोस्वामी, लक्ष्मण-अमित सोनी, सीता-दौलत सैनीबने हुए थे । इस अवसर पर रामलीला के प्रधान सुरेन्द्र बंटी, जोगेन्द्र सेठ, रामसिंह यादव, हरीसिंह यादव, लक्ष्मी नारायण सैनी, ललित एडवोकेट, गोविन्द सैनी , राजेन्द्र शर्मा, सुरेश सैनी सहित रामलीला के समस्त पदाधिकारी भी उपस्थित थे ।