विनीत पंसारी की रिपोर्ट
महेन्द्रगढ़ : एसडीएम विक्रम आईएएस ने कहा कि बरसात के मौसम में जलभराव, गंदे पानी, खानपान, साफ-सफाई एवं स्वच्छता के प्रति लापरवाही से व्यक्ति विभिन्न प्रकार के रोगों से ग्रस्त हो जाता है। रोगों से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। पूर्ण रूप से स्वस्थ लोग ही राष्ट्र के सशक्त एवं नवनिर्माण महती भ्ूमिका निभाते हैं। जनता के अच्छे स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग, पेयजल आपूर्ति विभाग, सिंचाई विभाग, पंचायतीराज संस्थाएं, राजस्व विभाग, नगरपालिका एवं ग्राम पंचायतें आपसी तालमेल रखते हुए कार्यरत रहें।
लघु सचिवालय महेन्द्रगढ़ स्थित अपने कार्यालय में आयोजित उक्त संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए एसडीएम विक्रम आईएएस ने कहा कि जलभराव, गंदे पानी की समुचित ढ़ंग से निकासी न होना, स्वच्छ पेयजल की कमी, खानपान, साफ-सफाई एवं स्वच्छता के प्रति लापरवाही से विशेषकर इस बरसात के मौसम में विभिन्न प्रकार के लारवा पैदा होने रोगों को लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है तथा रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी होने का अंदेशा बन जाता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए लोगों को सावधान रहना चाहिए।
विक्रम आईएएस ने डीडीपीओ को कुलदीप को निर्देश दिए कि जिले में सभी 8 खंडों के लिए प्रति खंड दो-दो फोगिंग मशीन खरीदने के टेडर पास किए जा चुके हैं इसलिए फोगिंग मशीनों की तुरंत खरीद करके क्षेत्र में फोगिंग करवाएं ताकि बरसात के इस मौसम में लारवों को पनपने का मौका ही न मिले तथा लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहे। उन्होंने नगरपालिका प्रधान रीना बंटी एवं सचिव प्रदीप कुमार सहित नगर पार्षदों, बीडीपीओ निशा तंवर सहित पंचायतीराज संस्थाओं, सरपंचों को निर्देशित करते हुए कहा है कि वे शहर एवं गांवों में नियमित रूप से साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा फोगिंग करवाएं। कहीं पर भी जलभराव, सड़को, गलियों नालोंं एवं नालियों में गंदा पानी खड़ा न रहने दें तथा गंदे पानी की निकासी तुरंत करवाएं।
एसडीएम ने पेयजल आपूर्ति विभाग तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपसी तालमेल रखते हुए जनता को स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाना सुनिश्चित रखें। तालाबों, वाटर टैंकों, बोरवैलों में ब्लीचिंग पाऊडर डलवाएं ताकि रोगजनित लारवे पैदा न हो तथा लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होता रहे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के एसएमओ सुरेन्द्र यादव को निर्देशित किया कि वे शहर एवं गांवों के लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के प्रति गंभीर रहें तथा समय पर निशुल्क दवाईयां उपलब्ध करवाएं।