अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:मानव रचना विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ की ओर से जस्टिस आर.सी. लाहोटी मेमोरियल मूट कोर्ट प्रतियोगिता-2024 का सफल आयोजन किया गया। अकादमिक उत्कृष्टता और व्यावहारिक कानूनी कौशल को बढ़ावा देने के लिए कराई गई इस दो दिवसीय प्रतियोगिता में देशभर के लॉ स्कूलों से 16 प्रतिष्ठित टीमों ने भाग लेकर विविध कानूनी समझ, प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता का मुख्य विषय कानून और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के बीच आपसी संबंध और इस क्षेत्र में उभरते नए विचारधाराओं की संभावनाएं तलाशना रहा। प्रतियोगिता के पहले दिन प्रारंभिक दौर में प्रतिभागियों ने विषय पर विचार साझा किए, जबकि दूसरे दिन समापन समारोह में कानूनी समझ और जानकारी पेश करते हुए पुरस्कार जीते। भव्य उद्घाटन समारोह के दौरान सभी को संबोधित करते हुए मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला ने सलाहकार बोर्ड के संस्थापक सदस्य के रूप में जस्टिस आरसी लाहोटी की महत्वपूर्ण भूमिका और उनकी स्मृति में आयोजित होने वाली मूट कोर्ट प्रतियोगिता के महत्व पर प्रकाश डाला।
एमआरयू के कुलपति डॉ. आई.के. भट्ट ने आर.सी. लाहोटी के जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें साझा की। भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यू.यू. ललित और एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड, दिव्यकांत लाहोटी ने कानूनी और शैक्षणिक क्षेत्रों में जस्टिस लाहोटी के योगदान के बारे में विस्तार से चर्चा की। प्रतियोगिता के प्रारंभिक दौर में आमंत्रित सोलह विशिष्ट अतिथि न्यायाधीशों ने भाग लेने वाली टीमों को उनकी भागीदारी और विचारों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भविष्य के लिए सुझाव दिए। जबकि फाइनल राउंड की अध्यक्षता प्रतिष्ठित चार सदस्यीय न्यायाधीश पैनल ने की, जिसमें भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वकील डॉ. पवन दुग्गल; श्री सुधीर शर्मा, सी एंड एस पार्टनर्स के वरिष्ठ भागीदार; गेल (इंडिया) लिमिटेड में वरिष्ठ प्रबंधक (कानून) श्री भुवन यादव; और श्री मनिंदर सिंह, वरिष्ठ वकील शामिल रहे। समापन समारोह में बतौर सम्मानित अतिथि जस्टिस आर.सी लाहोटी के छोटे भाई जस्टिस के.के. लाहोटी ने सभी प्रतिभागियों की सराहना करते हुए अपने अनुभव साझा किए। एमआरआईआईआरएस के उपकुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव ने प्रतिभागियों की विशिष्ट क्षमताओं को सराहते हुए कार्यक्रम के आयोजकों की प्रशंसा की। प्रतियोगिता में ट्रिनिटी इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज की टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन के साथ विजेता का खिताब जीता, जबकि बेनेट यूनिवर्सिटी की महिला टीम उपविजेता रही। ट्रिनिटी इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज की सुश्री रक्षिता सिंह को सर्वश्रेष्ठ वक्ता का पुरस्कार मिला। बेनेट यूनिवर्सिटी ने सर्वश्रेष्ठ मेमोरियल (प्रतिवादी) का पुरस्कार हासिल किया और फेयरफील्ड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी ने सर्वश्रेष्ठ मेमोरियल (अपीलकर्ता) का पुरस्कार हासिल किया। सभी विजेता प्रतिभागियों और टीमों को कुल 80 हज़ार रुपये के नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के समापन पर स्कूल ऑफ लॉ की डीन डॉ. कनु प्रिया ने कार्यक्रम को संभव बनाने में अमूल्य योगदान देने वाले सभी प्रतिभागियों और आयोजकों के प्रति आभार जताया। जस्टिस आर.सी. लाहोटी मेमोरियल मूट कोर्ट प्रतियोगिता-2024 का सफल आयोजन कानूनी शिक्षा के भविष्य को आकार देने के लिए मानव रचना विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ के समर्पण को दर्शाता है।
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