खेमचंद पटेल की रिपोर्ट
मथुरा : भगवान कृष्णा की नगरी मथुरा में लोग यमुना नदी पार करने के लिए मौत का सफर को तय करने को मजबूर है क्यूंकि एक स्टीमर में छमता से अधिक लोगों को भर कर इधर से उधर धुमानें का कार्य तेजी किया जा रहा है। लेकिन इस पूरे मामले में प्रशासन बिल्कुल बेखबर है शायद प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है।
ये तस्वीरें है भगवान कृष्ण की क्रीड़ा स्थली वृन्दावन का जहां मौत का सफर करने को लोग मजबूर है यह तस्वीरें इतनी डरावनी है जिसने देख कर आप स्वंय सकते में आ जाएंगे जहाँ एक सामान्य से स्टीमर में 150 से 200 लोग और 30-40 मोटर साइकिलें लदी हुई नजर आ जाएंगी। एक प्राइवेट ठेकेदार द्वारा वृंदावन से मौत की ओर जाने वाले लोगों को यमुना पार कराने के नाम पर पोंटून पुल का ठेका लिया गया था। मगर यमुना के जलस्तर में बरसात के चलते वृद्धि हो जाने के कारण पोंटून पुल ध्वस्त हो गया और उनके हट जाने के बाद ठेकेदार ने इस जगह पर एक सामान्य सा स्टीमर लाकर चला दिया जोकि बिल्कुल अवैध हैं। लोगों की माने तो इस स्टीमर में अधिकतम साठ लोगों को ही ले जाने -ले आने की अनुमति है लेकिन लोग भी चलते स्टीमर चालक अनुमति से लगभग तीन गुनी सवारियां बैठाकर यमुना के इस पार से उस पार आ जा रहा है इन्हें स्टीमर में बैठी सवारियों की जान की तनक भी चिंता नही है। बस चिंता है तो अपने पैसे कमाने की।
स्टीमर में बैठ कर जाने वाले लोगो का कहना है कि इस तरह से बैठकर आना -जाना बेहद खतरनाक है, मगर उन्हें मजबूरी में बैठकर आना -जाना पड़ता है और कोई साधन भी तो नही है। दूसरा रास्ता बहुत लंबा है । स्टीमर में ठूस ठूस कर लोगो के भर कर ले जाने वाला ये स्टीमर आज ज्यादा सवारियां होने के चलते ही यमुना के बीच मे एक टापू पर रेत में धंस गया और करीब एक घंटे तक फंसा रहा । काफी मशक्कत के बाद इसे किनारे तक पहुंचाया गया। तब तक स्टीमर सवार लोग सांसें थाम कर किनारे पहुचने का इंतजार करते रहे। स्टीमर से जाने के इंतजार में खड़े मान सिंह नामक एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि जनता की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है,मगर इस ओर किसी का ध्यान ही नही है। वृन्दावन में यमुना में जारी मौत के सफर को लेकर जब सिटी मजिस्ट्रेट डॉ बसंत अग्रवाल से बात की तो उनका कहना था कि अभी तक उनके संज्ञान में नही था ये मामला, अब वो संबंधित अधिकारी से बात कर मामले की जांच कराएंगे और आवश्यक कार्यवाही जो होगी वह अवश्य कराएगें।