खेम चंद पटेल की रिपोर्ट
मथुरा : कोसी कलां थाने की पुलिस इन दिनों सुर्ख़ियों में है और इसकी वजह है लोग पुलिस को नजराने के तौर पर देशी घी भेंट किया,कोसी कलां पुलिस को ये घी एक माता ने उसके बेटों को कोसी कलां पुलिस द्वारा शराब छुड़ाने के एवज में ख़ुशी से दिया , हालाँकि कोसी कलां पुलिस ने इस माता की पुकार पर ही नहीं बल्कि कई माताओं की पुकार पर शराब मुक्ति अभियान चला कर पूरे गाँव को शराब मुक्त कराया।
अभी तक आपने उत्तर प्रदेश पुलिस का बदनाम चेहरा देखा होगा। आपने सुना होगा कि उत्तर प्रदेश की पुलिस साँप को रस्सी और रस्सी को सांप बनाने में माहिर है । लेकिन आज हम आपको उत्तर प्रदेश पुलिस का वो चेहरा दिखाने जा रहे है जिसकी वजह से सिर्फ वाहवाही पुलिस को मिल रहा है वह अपने अधिकारियों से नहीं बल्कि आम जनता से । मथुरा के कोसी कलां थाने में तैनात एक इंस्पेक्टर ने उत्तर प्रदेश पुलिस के बदनाम चेहरे को साफ करने की कोशिश की है । इस इंस्पेक्टर ने पूरे गांव को शराब मुक्त कर पुलिस का अच्छा चेहरा उत्तर प्रदेश की जनता के सामने रखा है । उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि पूरे देश में किसी गुंडे से कम नहीं है लेकिन कोसी कलां थाने में तैनात इंस्पेक्टर उदय वीर मलिक ने इस छवि को गुंडे के बजाय एक समाज सुधारक की छवि के रूप में पेश किया है। इंस्पेक्टर उदयवीर मलिक ने इसकी शुरूआत प्रदेश के कैबिनेट मत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के गॉव से की। दरअसल मंत्री के गॉव की एक बुजुर्ग महिला गंगा देवी एक दिन अपने तीन शराबी बेटो की शिकायत लेकर थाना अध्यक्ष उदय वीर मलिक के पास पहुँची। शिकायत थी कि गंगा देवी के तीनो बेटे शराब पीकर उसके साथ मारपीट करके, उसे आधी रात के वक़्त घर से निकाल देते है। इस शिकायत के बाद जब उदयवीर मलिक ने इस घटना की छानबीन शुरू की तो पता चला यहाँ के अधिकांश घरों में लोग शराब के नशे के आदि है और घर में रहने वाली महिलाओ के साथ मार पीट करते है लेकिन महिलाए समाज के डर से पुलिस की मदद नहीं लेती और सब कुछ बर्दास्त करती है इस पर उन्होंने गॉव सांचौली में जाकर एक मदिर में ग्रामीणों को बुलाया और सभी के साथ शराब पीने के बाद घरेलू हिंसा पर चर्चा की और उन्ही से इस मारपीट का फैसला करने को कहा ।
अब वहां सभी ग्रामीण दूविधा में थे कि आखरी कार खुद के द्वारा की गयी मार पीट पर क्या फैसला ले। दरअसल थाना कोसी कला इलाके के कई गॉव राजस्थान व हरियाणा से लगे हुए है इस वजह से इस इलाके में शराब की तस्करी का बड़ा खेल चलता है और यही वजह है यहाँ शराब पीने वालो के संख्या बहुत अधिक है शराब की तस्करी पर लगाम लगाने के उद्देश्य से थाना प्रभारी ने ये बैठक मंदिर में रखी क्योंकि सांचोली के ग्रामीण इस मंदिर को बहुत मानते है और इस मंदिर पर कभी झूठ नहीं बोलते, यही वजह थी कि थाना प्रभारी ने मंदिर में लोगो को शराब की बुराई के बारे में समझाते हुए सभी से शराब बंदी की राय रखी ,जिसे सभी ने एक राय होकर मंजूरी दे दी। इतना ही नहीं सभी ग्रामीणों में शराब न पीने के साथ साथ यहाँ अबैध शराब की तस्करी करने वालो के खिलाफ भी तस्करी न करने की कसम देवी के पवित्र मंदिर में खाई। इस पंचायत का असर भी अब देखने को मिला और धीरे -धीरे कर पूरा का पूरा गाँव शराब मुक्त हो गया।