अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्य सचिव, संजीव कौशल ने आज यहां हरियाणा स्टेट कंपेंसेटरी अफोरेस्टेशन फंड मैनेजमेंट एंड प्लानिंग अथॉरिटी की 6वीं स्टीय रिंग कमेटी की अध्यक्षता की। कमेटी ने कंपेंसेटरी अफोरेस्टेशन फंड मैनेजमेंट एंड प्लानिंग अथॉरिटी के तहत 239.78 करोड़ रुपये के वार्षिक कार्य योजना को स्वीकृति दी।वर्ष 2023-24 के दौरान 1,197.73 हेक्टेयर क्षेत्र में कंपेंसेटरी अफोरेस्टेशन, अतिरिक्त कंपेंसेटरी अफोरेस्टेशन और पेनल कंपेंसेटरी अफोरेस्टेशन के लिए 111.58 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।
इस बैठक में बताया गया कि राज्य के उत्तरी भाग में स्थित शिवालिक पहाड़़ी क्षेत्र और दक्षिणी भाग में स्थित अरावली पहाड़ी़ क्षेत्र ढलानदार भू-रचना के कारण भूमि कटाव के लिए बहुत अधिक प्रवर्तनशील और प्रवाहशील हैं। मौसमी वर्षा के दौरान में इन क्षेत्रों से वर्षा के पानी का बहाव तेज गति से होता है, तो उंचे क्षेत्र में मिट्टी कटाव का नुकसान होता है। इसलिए मिट्टी के खद्दर बांध, मेसनरी स्ट्रक्चर, सीमेंट कंक्रीट स्ट्रक्चर, चेक बाँध, सिल्ट डिटेंशन डैम और क्रेट वायर स्ट्रक्चर बनाने की आवश्यकता होती है। हरियाणा ने शिवालिक और अरावली पहाड़ी़ क्षेत्र में मिट्टी के बहाव को रोकने के लिए मिट्टी संरक्षण के उपाय किए हैं। इनके लिए 20 करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया है। इसके अलावा, वन्य प्राणी प्रबंधन योजना 2023-24 के तहत संरक्षित क्षेत्रों में आवास सुधार एवं संरचना विकास के लिए 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। राज्य वन्यजीव विंग के माध्यम से 2 राष्ट्रीय उद्यान, 7 वन्यजीव अभ्यारण्य, 2 संरक्षण रिजर्व और 5 सामुदायिक रिजर्व का प्रावधान किया गया है।इसके अतिरिक्त, 20 क्षेत्रीय वन मण्डलों में वृक्षों की गणना के लिए 12.87 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान करने की पहल हरियाणा में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
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