अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक मेडिकल छात्र को हनीट्रैप में फंसा कर उसके कॉलेज कैंपस से सनसनीखेज तरीके से अपहरण कर 70 लाख की फिरौती मांगने वाले बदमाशों को एसटीएफ नोएडा यूनिट की टीम ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। फिरौती की रकम के लिए बदमाशों ने छात्र के परिवार वालो को 22 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया था। अल्टीमेटम का समय समाप्त होने से पहले ही बदमाश का एसटीएफ के साथ एनकाउंटर हुआ और छात्र को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया।
गौरव हलदर को रेकॉर्ड समय में सुरक्षित रेस्क्यू कर एसटीएफ नोएडा यूनिट ने डॉ अभिषेक, नीतेश और मोहित को गिरफ्तार कर किया है। एसटीएफ नोएडा यूनिट के एसएसपी शैलेन्द्र कुमार पांडे ने प्रैस कॉफेंस कर बताया की अपहरण की यह सनसनीखेज वारदात कोतवाली नगर क्षेत्र के हारीपुर स्थित एससीपीएम पैरा मेडिकल कॉलेज की है,
जहां बहराइच जिले के पयागपुर का रहने वाला गौरव हलदर कॉलेज के हॉस्टल में रहकर BAMS की पढ़ाई कर रहा है। गौरव 18 जनवरी को दोपहर तीन बजे तक कॉलेज में था लेकिन उसके बाद अचानक लापता हो गया। गौरव के पिता निखिल के पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने निखिल के बेटे गौरव का अपहरण कर लिए जाने की जानकारी दी। अपहरणकर्ताओं ने 70 लाख रुपये की फिरौती मांगी। अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम चुकाने के लिए निखिल को 22 जनवरी तक की डेडलाइन दी थी।
शैलेन्द्र कुमार पांडे ने बताया कि गौरव हलदर की दोस्ती डॉ. प्रीति मेहरा नाम की महिला से हुई थी। प्रीति ने गौरव को फोन करके मिलने बुलाया और फिर उसका किडनैप कर लिया। गौरव का अपहरण कर उसे दिल्ली में डॉ. अभिषेक सिंह के फ्लैट पर रखा गया था। गौरव को फ्लैट में बंद करके रखा गया। उसे नशे का इंजेक्शन देकर बेहोश किया गया और उसे लगातार बेहोशी के लिए नशे के इंजेक्शन दिए जाते थे ताकि वह होश में न आए। देर रात यमुना एक्सप्रेस वे के जीरो पॉइंट पर मुठभेड़ के बाद पुलिस ने डॉ अभिषेक, नीतेश और मोहित को गिरफ्तार कर लिया । इसमे डॉ प्रीति की गिरफ्तारी होनी बाकी है।