अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस ने किसान आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस मीडिया एवं पब्लिसिटी के चेयरमैन पवन खेड़ा ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी दबाव में हैं, इसलिए किसानों की मांगें नहीं मानी जा रही हैं। 2014 में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि एमएसपी किसानों का हक है। मगर आज नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद किसानों से वादाखिलाफी कर रहे हैं। मोदी सरकार किसानों की आवाज दबाने के लिए सोशल मीडिया खातों पर पाबंदी लगा रही है, इंटरनेट बंद करवा रही है और किसानों को बदनाम कर रही है। मोदी सरकार की मंशा है कि किसानों की आवाज देश तक नहीं पहुंचे।
नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए पवन खेड़ा ने कहा कि अप्रैल 2014 में नरेंद्र मोदी कह रहे थे कि एमएसपी किसानों का हक है, किसान भीख नहीं मांग रहे हैं। आज नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद किसानों से वादाखिलाफी कर रहे हैं। पहले किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा किसान शहीद हो गए, लेकिन इनके कान पर जूं तक नहीं रेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादाखिलाफी की, इसलिए अब फिर से किसान दिल्ली आना चाहते हैं। भाजपा किसानों की आवाज दबाना चाहती है। किसानों और किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे लोगों के सोशल मीडिया खातों पर भारत सरकार ने पाबंदी लगा दी है। न्यूज चैनलों में भी किसानों की बात खत्म होती जा रही है। ये सब दबाव बनाने का एक तरीका है कि किसानों की बात कोई रख नहीं पाए। खेड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे बड़े आलोचक हैं। मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने जो कहा था, नरेंद्र मोदी ठीक उसके विपरीत प्रधानमंत्री बनकर कर रहे हैं। अब जैसे-जैसे प्रधानमंत्री मोदी के झूठ सामने आ रहे हैं, वह इंटरनेट बंद करवा रहे हैं, हेडलाइन बदलवा रहे हैं। किसानों को खालिस्तानी बताकर बदनाम किया जा रहा है। ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग से डराकर विपक्ष के नेताओं को अपनी तरफ कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को बदनाम करने का बीड़ा उठा रखा है। जब मोदी के अपने वित्त सलाहकार एक रिपोर्ट देकर कहते हैं कि दालों पर एमएसपी बढ़ाया जाए, तो उस रिपोर्ट को दबा दिया जाता है। खेड़ा ने कहा कि किसान दुश्मन नहीं हैं। किसान वही मांग रहे हैं जिसका नरेंद्र मोदी ने 2014 से पहले वादा किया था। मोदी जी पर क्या किसी औद्योगिक घराने की लॉबी या विदेशों से दबाव है। मोदी इतने डरे क्यों हुए हैं, क्यों किसानों को डरा रहे हैं। क्यों किसानों की मांग पूरी नहीं हो रही। कहीं ना कहीं नरेंद्र मोदी किसी दबाव में दिख रहे हैं। खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने किसानों को फसल पर एमएसपी की गारंटी दी है। कांग्रेस का दरवाजा किसानों के लिए हमेशा से खुला रहा है। कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है, वह किसानों के हक के लिए खड़ी है।खेड़ा ने कहा कि 21 फरवरी को पंजाब में जैतो दा मोर्चा मनाया जाता है। जब अंग्रेजों ने किसानों पर गोलियां चला कर कई लोगों को मार दिया था, तब नेहरू जी वहां गए और किसानों को समर्थन दिया। कल जैतो दा मोर्चा के 100 साल पूरे हो जाएंगे। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को नेहरू जी की शरण में जाना चाहिए और किसानों पर उनके विचार पढ़ने चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी को नेहरू जी से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
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