अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : पेशे से फैशन डिजाइनर और इन्डल्जन्स की संचालक शिरीन सिंह ने एलीट मिसेज इंडिया में जीत हासिल कर अपने शहर फरीदाबाद को गौरवांवित किया है। वहीं फरीदाबाद की दुसरी महिला आंचल वढ़ेरा ने अपने आयु वर्ग कैटेगरी में सैकेण्ड रनरअप का खिताब अपने नाम किया। आज एक निजी होटल में आयोजित प्रैसवार्ता को संबोधित करते हुए इस प्रतियोगिता के आयोजक नरेश मदान व पूर्व मिसेज इंडिया रश्मि सचदेवा का कहना हैं कि शिरीन और आंचल ने इस प्रतियोगिता में काफी मेहनत की और जीत की मुकाम हासिल की है। शिरनी फरीदबाद के जाने मानें सर्जन डा. नरेंद्र घई व डा. मिनाक्षी घई की सुपुत्री हैं। वहीं आंचल वढ़ेरा फेमस मेकअप आर्टिस्ट हैं। शिरीन ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वे बचपन से ही ग्लैमर वल्र्ड की तरफ आकर्षित थीं परंतु पेरेंट्स के डॉक्टर होने के कारण वे भी डॉक्टर बनना चाहती थीं परंतु उनके पिता डा. नरेंद्र घई उन्हें मैडीकल प्रोफेशन में नहीं भेजना चाहते थे क्योंकि उनके अनुसार दिनों दिन डॉक्टरों का सम्मान और विश्वास लोगों के मन में कम होता जा रहा है इसलिए वे अपनी बेटी को किसी और क्षेत्र में करियर बनाने का दबाब बनाते थे। जिसके चलते इंग्लिश ऑनर्स करने के बाद शिरीन ने फैशन डिजाइनर बनने का निर्णय लिया। शिरीन ने हाल ही में आयोजित मिसेज फरीदाबाद में भी भाग लिया था जिसमें भी वे टॉप 3 विजेताओं में रहीं थीं। वहीं से शिरीन और आंचल को सीधे एलीट मिसेज इंडिया में एंट्री मिली। हाउस वाइफ होते हुए करियर व इस प्रतियोगिता के लिए तैयार होना उनके लिए कितना मुश्किल रहा इसके जबाब में शिरीन और आंचल ने बताया कि कैरियर और घर साथ-साथ संभालने की पहले से ही उन्हें प्रैक्टिस थी परंतु इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने तथा ग्रूमिंग सैशन के दौरान परिजनों विशेष रूप से सास-ससुर, पति व बच्चों का सहयोग व मोटिवेशन रहा। जिसके चलते उनके आत्म विश्वास में कमी नहीं आई। आयोजक नरेश मदान ने घोषणा की कि जल्द ही उनकी कंपनी एलीट मिसेज हरियाणा का आयोजन करने जा रही है। जिसे शिरीन और आंचल संचालन करेंगी। इसके अलावा मिसेज हैरिटेज वल्र्ड का आयोजन व मिसेज हैरिटेज प्लस साइज का भी आयोजन किया जाएगा जिसकी ब्रांड एम्बेसडर पूर्व मिसेज इंडिया रश्मि सचदेवा होंगी। इस अवसर पर डा. नरेंद्र घई व डा. मीनाक्षी घई ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है और उन्होंने कहा कि मां-बाप को अपने बच्चों की इच्छाओं और उनकी पसंद को तवज्जो देनी चाहिए। इससे वे और अधिक सफलता हासिल कर सकते हैं। इस प्रतियोगिता में पूरे देश में 24 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था तथा जजेज पैनल में कई गणमान्य हस्तियां शामिल रहीं। नरेश मदान ने बताया कि यह प्रतियोगिता ब्यूटी विद ब्रेन पर आधारित थी और शिरीन और आंचल इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। शिरीन अपने सफलता का श्रेय अपने पति, अपने बेटे, अपने माता-पिता व सास-ससुर को देती हैं जिन्होंने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया।