अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने गांव आनंदपुर झरोंठ में लाला खेमचंद चरती लाल गोयल राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय का लोकार्पण करते हुए कहा कि यह क्षेत्र के लोगों के लिए गर्व का विषय है, जिससे संबंधित गांव सहित आसपास के गांवों के हजारों लोगों को लाभ मिलेगा। आयुर्वेद दुनिया को भारत की महान देन है, जिसे बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार विशेष रूप से प्रयासरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए आयुष मंत्रालय की शुरुआत की है।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि 56 लाख रुपये से अधिक की लागत से आनंदपुर झरोंठ में पूर्व मंत्री विजय गोयल की पुश्तैनी हवेली में आयुर्वेदिक औषधालय स्थापित किया गया है, जिसके लिए वे गोयल परिवार का अभिनंदन करते हैं। यहां लोगों को नि:शुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी। पश्चिम और अंग्रेजी के माहौल में आयुर्वेद की अपनी विशेषता है। हमारे ऋषि-मुनियों ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति प्रदान की है। भगवान धनवंतरि ने जड़ी-बूटियों से औषधियों का निर्माण किया जो आज भी कारगर है। आयुर्वेद को औद्योगिकी करण के रूप में बढ़ावा मिलेगा, जिसने बड़ी बीमारियों का भी कम खर्च में उपचार उपलब्ध करवाया है। राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने आयुर्वेद को प्रोत्साहन देने के लिए अनुकरणीय कदम बढ़ाये हैं। आयुर्वेद, यूनानी, शिधा, होम्योपैथी व योग को मिलाकर आयुष बनता है। सरकार मेवात के गांव में 45 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय यूनानी महाविद्यालय स्थापित कर रही है। अंबाला में राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज एवं अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है।
कुरुक्षेत्र में 500 करोड़ रुपये की लागत से आयुष विश्वविद्यालय स्थापित करने की दिशा में सफल कदम बढ़ाये हैं। पंचकूला में 270 करोड़ रुपये की लागत से 250 बिस्तरों की सुविधा के साथ राष्ट्रीय आयुर्वेद अस्पताल स्थापित करेंगे। हिसार में लोगों को 15 एकड़ भूमि में 50 बिस्तरों के अस्पताल की सुविधा मिलेगी। आयुर्वेद को बढ़ावा देने के साथ एलोपैथी को भी समान रूप से मान दिया जा रहा है। राज्यपाल दत्तात्रेय ने लोगों का आह्वान किया कि वे जिस गांव में पैदा हुए हैं उसे कभी न भूलें तथा जिस स्कूल सेे शिक्षा ग्रहण की है उसे सदैव स्मरण रखें और जिन माता-पिता ने उन्हें जन्म दिया है उन्हें कभी न भुलायें। खुशहाल व सफल जीवन के लिए यह आवश्यक है। इसे गंभीरता से समझते हुए ही जीवन में आगे बढ़ें। साथ ही उन्होंने पूर्व मंत्री विजय गोयल के साथ जीवन के यादगार पलों को भी साझा करते हुए कहा कि वे भी गोयल परिवार के सदस्य हैं।लाला खेमचंद चरती लाल गोयल राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय के लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता कर रहे हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य तथा आयुष मंत्री अनिल विज ने बधाई देते हुए कहा कि आयुर्वेद-योग-प्राकृतिक चिकित्सा ही संपूर्ण चिकित्सा विधा है, जिसके पश्चात अन्य किसी चिकित्सा पद्घत्ति की आवश्यकता ही नहीं है। इस दिशा में प्रदेश सरकार आगे बढ़ रही है और लोगों को भी दिमागी रूप से इसके लिए तैयार कर रही है। सारी दवाई घर पर ही है। उन्होंने दावा किया कि कोई एक डाक्टर बताये जो अपनी सब्जियों में मसालों का प्रयोग न करता हो। यह मसाले आयुर्वेद की देन है। हमारे पूर्वज बहुत समझदार थे, जिन्होंने दैनिक जीवन में ही आयुर्वेद को शामिल कर लिया था। तुलसी को मंदिर में मिलने वाले चरणामृत में शामिल किया जो एंटीबायोटिक के रूप में रोज हमें डोज मिलती थी। जबकि आज के दौर में तुलसी के कैप्सूल मिल रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा कि प्रदेश सरकार आयुर्वेद को बढ़ावा देना चाहती है, जिसके लिए हर अस्पताल में एक आयुर्वेद चिकित्सक को नियुक्त किया जाएगा। सभी पीएचसी और सीएचसी में आयुर्वेद चिकित्सा की सुविधा से लोगों को आयुर्वेदिक उपचार मिलेगा। आज मिलकर काम करने का समय है, जिसके तहत जहां एलोपैथी उपचार की जरूरत है वहां एलोपैथी और जहां आयुर्वेद की आवश्यकता है वहां आयुर्वेद की सुविधा दी जाए। प्रदेश में 550 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियां हैं। आयुर्वेद के साथ योग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। हरियाणा में साढ़े छह हजार गांव है और हर गांव में योगशाला खोली जाएगी, जिनमें योग शिक्षकों की सुविधा भी मिलेगी। अभी तक एक हजार गांवों में योगशालाएं खोली जा चुकी हैं। यही नहीं और आगे बढ़ते हुए योग केंद्रों को वैलनेस सेंटरों के रूप में तब्दील किया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने राज्यपाल की भी मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि वे बेहद सक्रिय रहते हैं जिन्होंने राजभवन की परिभाषा ही बदल दी है। साथ ही उन्होंने आयुर्वेदिक औषधालय के लिए अपनी पुरखों की हवेली दान देने वाले गोयल परिवार का भी दिल की गहराइयों से आभार प्रकट किया।हरियाणा के शहरी विकास मंत्री कमल गुप्ता ने लाला खेमचंद चरती लाल गोयल राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय की स्थापना की बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने अंत्योदय को साकार रूप प्रदान किया है। औषधालय का निर्माण कर अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में बेहतरीन शुरुआत की गई है। दीनदयाल जी का ध्येय था कि अंतिम व्यक्ति का कल्याण होना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने लाला खेमचंद चरती लाल गोयल राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसकी नींव रखी थी और आज राज्यपाल ने लोकार्पित किया है। यह औषधालय गांव की पहचान बन गया है। आयुर्वेद के साथ योग का विशेष महत्व है, जिसे दो लोगों ने विशेष रूप से बढ़ावा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को 175 देशों में पहुंचाया और बाबा रामदेव ने घर-घर में योग पहुंचाने का सफल प्रयास किया। सांसद रमेश कौशिक ने औषधालय की स्थापना की बधाई देते हुए पूर्व मंत्री विजय गोयल की प्रशंसा की कि उन्हें अपनी मातृभूमि से आज भी विशेष लगाव है। लाला खेमचंद चरती लाल गोयल राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय की स्थापना का विशेष लाभ लोगों को मिलेगा। खरखौदा हमारी कर्मभूमि रहा है, जो आने वाले समय में गुरूग्राम की तर्ज पर उससे भी बढक़र तरक्की करेगा।राई के विधायक मोहनलाल बड़ौली ने लाला खेमचंद चरती लाल गोयल राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय की स्थापना की बधाई देते हुए कहा कि यह अच्छी पहल है। स्वास्थ्य सुविधाएं ग्रामीण अंचल में ही देने की अनुकरणीय शुरुआत है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी सपना है। उपायुक्त ललित सिवाच ने राज्यपाल सहित गृह मंत्री अनिल विज व मंत्री कमल गुप्ता सहित सभी अतिथियों व जनप्रतिनिधियों का धन्यवाद किया। उपायुक्त ने विश्वास दिलाया कि लाला खेमचंद चरती लाल गोयल राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय को बेहतरीन रूप में संचालित करवायेेंगे ताकि अधिकाधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष तीर्थ राणा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन, मीना नरवाल, निशांत छौक्कर, सोनिया अग्रवाल, सुनीता लोहचब, मनिंद्र सन्नी, ओएसडी अमरजीत मान सहित अन्य अधिकारीगण और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल की बहन दया व अंजू, भतिजे शशांक सहित परिवार के अन्य सदस्यगण व मित्रगण मौजूद थे।
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