अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद एंव पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कह रहे हैं , उन्हें इस खबर में सीधा लाइव सुने।
राहुल गांधी ने कहा- नमस्कार। तो आज सुबह मैं पार्लियामेंट गया और मैंने स्पीकर से कहा कि मैं पार्लियामेंट में बोलना चाहता हूं, अपनी बात रखना चाहता हूं। सरकार के शायद 4 मंत्रियों ने मेरे ऊपर आरोप लगाया है, हाउस में आरोप लगाया है तो मेरा हक है कि मुझे पार्लियामेंट हाउस में अपनी बात रखने देनी चाहिए। क्लैरिटी नहीं है, मगर मुझे नहीं लगता है कि बोलने देंगे।
फिर भी मैं होपफुल हूं कि कल मुझे बोलने दें। आज एक मिनट के अंदर उन्होंने हाउस को एडजर्न कर दिया। होपफुल हूँ कि शायद कल मुझे बोलने दें, क्योंकि मैं अपनी बात रखना चाहता हूं। मगर पक्का नहीं मालूम।आईडिया ये है कि जो मैंने भाषण कुछ दिन पहले पार्लियामेंट हाउस में दिया,आईडिया ये है कि जो मैंने भाषण कुछ दिन पहले पार्लियामेंट हाउस में दिया, अडानी जी के बारे में और जो नरेंद्र मोदी जी और अडानी जी का रिश्ता है, उसके बारे में मैंने सवाल पूछे, उस भाषण को पार्लियामेंट हाउस में पूरा एक्सपंज कर दिया गया और उस भाषण में ऐसी कोई चीज नहीं थी, जो पब्लिक रिकॉर्ड से मैंने नहीं निकाली। अखबारों से, लोगों की स्टेटमेंट से मैंने पूरा भाषण डेवलप किया था और उसको एक्सपंज कर दिया गया।ये पूरा मामला डिस्ट्रैक्ट करने का मामला है। सरकार और प्रधानमंत्री,ये पूरा मामला डिस्ट्रैक्ट करने का मामला है। सरकार और प्रधानमंत्री, जो अडानी जी का मुद्दा है, उससे डरे हुए हैं और इसलिए उन्होंने ये पूरा तमाशा प्रिपेयर किया है और मुझे लगता है कि वो मुझे पार्लियामेंट हाउस में नहीं बोलने देंगे, क्योंकि जो मेन सवाल है, वो अभी भी टेबल पर है। अडानी जी और प्रधानमंत्री जी का रिश्ता क्या है और जो डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट्स अडानी जी को दिए जा रहे हैं, वो क्यों दिए जा रहे हैं? जो श्रीलंका में, बांग्लादेश में बात हुई है, वो क्यों हुई, किसने की? ऑस्ट्रेलिया में जो प्रधानमंत्री जी की स्टेट बैंक के चेयरमैन और अडानी जी के साथ जो मीटिंग हुई, वो क्यों हुई, उसमें क्या डिस्कस हुआ?
तो ये सब सवाल हैं, जिनके जवाब प्रधानमंत्री नहीं दे पा रहे हैं और ये मुख्य बात है।
मैं एमपी हूं, तो मेरी पहली जिम्मेदारी पार्लियामेंट में जवाब देने की है और मैं चाहता हूं कि पार्लियामेंट में जवाब देने के बाद मैं आपके साथ डीटेल में डिस्कशन करूं, मगर उससे पहले मैं डीटेल में आपके साथ नहीं जाना चाहता हूं, क्योंकि as an MP वो हमारा प्लेटफार्म है।