अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फोन कर प्लाज्मा दान करने वाले डोनर्स से बात की और इसके लिए उन्हें धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप हमारे ‘हीरो’ हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्लाज्मा डोनर श्रृष्टि और भूमिका से उनके अनुभवों को भी जाना। दोनों डोनर ने बताया कि उन्हें प्लाज्मा दान करने के दौरान दर्द या कमजोरी जैसी कोई परेशानी नहीं हुई। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा,‘आप पर हमें गर्व है, आपने प्लाज्मा दान करने के लिए हमें प्रेरित किया। प्लाज्मा बैंक बहुत अच्छा बनाया गया है।’ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोनों का आभार जताते हुए उन्हें कोविड से ठीक हो चुके दूसरे लोगों को भी प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित करने की अपील की, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा सके।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘जब मैं प्लाज्मा डोनर की कहानियां सुनता हूं, तो मुझे अपने दिल्लीवासियों पर बहुत गर्व महसूस होता है। इसलिए मैंने कुछ डोनर्स से बात करके उन्हें बधाई देने का फैसला किया।’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्लाज्मा दान करने वाली श्रृष्टि को फोन कर उनसे बात की। मुख्यमंत्री ने पूछा कि अब उनकी तबीयत कैसी है? श्रृष्टि ने बताया, ‘मैं बिल्कुल ठीक है। मुझे 5 दिनों तक कोरोना के लक्षण थे, इसके बाद बिल्कुल ठीक हो गया।’ श्रृष्टि ने बताया कि कोरोना से पूरी तरह से ठीक होने के बाद उन्होंने प्लाज्मा डोनेट किया है। श्रृष्टि ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह सब आपकी वजह से हुआ। हमें आपने मोटिवेट किया कि आप जाओ प्लाज्मा डोनेट करो। प्लाज्मा बैंक भी बहुत अच्छा बनाया हुआ है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूछा कि प्लाज्मा दान करने के दौरान कोई परेशानी तो नहीं हुई? इस पर श्रृष्टि ने कहा कि हमें कोई परेशानी नहीं हुई। हमें न कोई दर्द हुआ और न कमजोरी आई। प्लाज्मा बैंक के स्टाॅफ ने पहले हमें पूरी जानकारी दी कि कैसे प्लाज्मा देना है? मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोगों को मैं फोन करता हूं, तो वे कहते हैं कि अस्पताल जाने पर दोबारा कोरोना हो जाएगा। इस पर श्रृष्टि ने कहा कि हम शिक्षित हैं। हमें पता है कि कोरोना एक बार हो गया, तो दोबारा नहीं होगा। वैसे भी प्लाज्मा बैंक नाॅन कोविड अस्पताल में बनाया गया है। वहां पर कोरोना के संक्रमण का कोई खतरा नहीं है। श्रृष्टि ने बताया कि प्लाज्मा बैंक बहुत ही साफ-सुथरा है। एसी युक्त प्लाज्मा बैंक में सभी सुविधाएं मैाजूद हैं। डाॅक्टर प्लाज्मा डोनर के साथ आए किसी व्यक्ति को अंदर आने नहीं देते हैं। उन्होंने बताया कि मेरे साथ मेरी मां गई थीं, लेकिन उन्हें बाहर ही रोक दिया गया। श्रृष्टि ने कहा कि मेरा एक परिचित कोरोना से ठीक हो चुका है। उससे प्लाज्मा दान करने के लिए कहा है। वह जल्द ही डोनेट कर देगा। इसके अलावा भी कोविड से ठीक हो चुके लोगों को वह प्लाज्मा दान करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्लाज्मा डोनर भूमिका से भी बात की और इसके लिए उन्हें धन्यवाद दिया। भूमिका को एक पल के लिए भरोसा ही नहीं हुआ कि उनकी बात सीधे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से हो रही हैं। बातचीत के दौरान जब उन्हें यकीन हो गया कि वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात कर रही हैं, तो उन्होंने फोन करके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। भूमिका ने बताया कि वह कोरोना से पूरी तरह से ठीक होने के बाद प्लाज्मा दान की हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वास्तव में आप पर हमें बहुत गर्व है। मीडिया में भी आपकी स्टोरी भी छपी थी। जब लोग देखते हैं कि आप जैसे युवा सामने आकर प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं, तो इससे दूसरे लोगों को बहुत प्रेरणा मिलती है। भूमिका ने भी बताया कि उन्हें प्लाज्मा दान करने के दौरान कोई दर्द या कमजोरी नहीं महसूस हुई। वह बिल्कुल ठीक हैं। भूमिका ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कार्य कुशलता की तारीफ करते हुए कहा कि मैं आप पर गर्व करती हूं, जो आपने कदम उठाया है, वह वाकई में सराहनीय है। वहां पर सभी सुविधाएं हैं और अनुभवी डाॅक्टर हैं। इसलिए प्लाज्मा डोनेट करने में किसी को कोई हिचक नहीं होनी चाहिए। यह बिल्कुल साधारण प्रक्रिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात करते हुए भूमिका ने कहा कि लोगों को इस बात का डर है कि वो अस्पताल जाएंगे, तो उन्हें दोबारा कोविड हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह लोगों की मात्र गलतफहमी और डर है। जब हमारे शरीर में एंटीबाॅडीज बन रही है, तो वैसे ही हम कोरोना से सुरक्षित हैं। भूमिका ने बताया कि प्लाज्मा बैंक में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। जो लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं, उन लोगों को प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित करूंगी, ताकि अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जितने लोगों की जान बच जाए, वह अच्छा है। दूसरों की जान बचाने का मौका कम लोगों को मिलता है।