अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: डीएमआरसी की उपलब्धियों का एक और वर्ष: पिंक लाइन पर दिल्ली मेट्रो द्वारा वर्ष 2021 में ड्राइवरलेस ट्रेन संचालन और यात्री सेवाओं में सुधार के लिए नई पहल की शुरुआत दिल्ली मेट्रो के लिए वर्ष 2021 उपलब्धि पूर्ण वर्ष रहा। कोविड जैसी परिस्थितियों से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद दिल्ली मेट्रो ने ग्रे-लाइन पर एक नए सेक्शन को शुरू किया, त्रिलोकपुरी के अधूरे लिंक को पूरा किया और पिंक लाइन पर ड्राइवरलेस ट्रेन संचालन शुरू किया। वर्ष 2021 के मुख्य कार्य इस प्रकार हैं:
15 जनवरी: अपने लक्ष्य की प्राप्ति के क्रम में दिल्ली मेट्रो ने विश्व स्तरीय प्रशिक्षण की सुविध के उन्नयन हेतु दिल्ली मेट्रो रेल अकादमी (डीएमआरए), शास्त्री पार्क में एक नई चार मंजिला सिम्युलेटर बिल्डिंग का निर्माण किया जिसका उद्घाटन डॉ मंगू सिंह, प्रबंध निदेशक द्वारा निदेशकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। साथ ही प्रबंध निदेशक ने शास्त्री पार्क मेट्रो डिपो के सामने एक नए फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) का भी उद्घाटन किया। इस एफओबी से पैदल चलने वाले व्यक्ति दोनों ओर से व्यस्त ईस्ट एप्रोच सड़क (आईएसबीटी से कश्मीरी गेट, यमुना पार शाहदरा की ओर जाने वाली सड़क) को सुरक्षित रूप से पार कर सकते हैं ।
21 जनवरी:डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक, डॉ. मंगू सिंह एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में जनकपुरी वेस्ट – आर के आश्रम कॉरिडोर पर इस फेज की पहली टनल बोरिंग मशीन द्वारा विकास पुरी से कृष्णा पार्क एक्सटेंशन तक 1.4 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने का कार्य आरंभ कर दिया गया है। इस स्ट्रेच पर ऊपर और नीचे आवाजाही के लिए दो समानांतर गोलाकार सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है जो जनकपुरी पश्चिम से केशोपुर तक 2.2 किलोमीटर लंबे भूमिगत खंड का एक हिस्सा है।
29 जनवरी:पीतमपुरा में नेताजी सुभाष प्लेस मेट्रो स्टेशन और नेताजी सुभाष प्लेस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को जोडने वाला एक 76 मीटर लंबा पैदल यात्री पथ संचालित किया गया।
9 फरवरी: दिल्ली मेट्रो ने 9 मेट्रो स्टेशनों पर 10 अतिरिक्त एस्केलेटर लगाए हैं जिसमें से 2 कश्मीरी गेट स्टेशन पर भी लगे हैं इस प्रकार अकेले ही कश्मीरी गेट स्टेशन पर रिकॉर्ड कुल 47 एस्केलेटर यात्रियों की सुविधा के लिए हैं। ये नए, सुगम एस्केलेटर, नवीनतम सॉफ़्टवेयर के साथ अपडेट किए गए हैं जो यात्रियों को विशेष रूप से व्यस्त समय में अधिक सुगमता प्रदान करते हैं। अन्य स्टेशन जहां अभी यात्री सेवा के लिए एक-एक अतिरिक्त एस्केलेटर लगाया गया है, वे हैं:- रेड लाइन पर रिठाला और ब्लू लाइन पर उत्तम नगर (पूर्व), नवादा, राजौरी गार्डन, शादीपुर,यमुना बैंक, सुभाष नगर और आरके आश्रम मार्ग।
25 फरवरी: डॉ मंगू सिंह, प्रबंध निदेशक/ डीएमआरसी ने मैजेंटा लाइन के जामिया मिलिया इस्लामिया मेट्रो स्टेशन से ‘ईटीओ’ नामक 25 ई-रिक्शा के बेड़े का उद्घाटन किया। ये ई-रिक्शा रोजाना सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक चलते हैं, जो आस-पास के इलाकों जैसे बाटला हाउस, गफ्फार मंजिल, ओखला विहार, जाकिर नगर, हाजी कॉलोनी और नूर नगर आदि को लास्ट माइल कनेक्टिविटी प्रदान करते हैं। इन इलेक्ट्रिक वाहनों की पूरे दिन निर्बाध सेवा सुनिश्चित करने के लिए एक चार्जिंग स्टेशन भी बनाया गया है।
31 मार्च: एमेज़ॉन-पे के साथ मिलकर दिल्ली मेट्रो ने एमेज़ॉन-पे के माध्यम से स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज करने की सुविधा शुरू की। डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ मंगू सिंह और एमेजॉन-पे के सीईओ महेंद्र नेरुरकर ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संयुक्त रूप से इस सुविधा की शुरुआत की। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए ग्राहक एमेज़ॉन शॉपिंग ऐप खोल सकते हैं और एमेज़ॉन-पे टैब के तहत 'मेट्रो रिचार्ज' विकल्प पर क्लिक कर सकते हैं।
6 जुलाई: देश में पहली बार, एक फास्ट टैग (FASTag/ UPI) आधारित नकदी मुक्त पार्किंग सुविधा डॉ मंगू सिंह, प्रबंध निदेशक, डीएमआरसी और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) तथा डीएमआरसी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर शुरू की गई। मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन (एमएमआई) पहल के हिस्से के रूप में, ऑटो,टैक्सी और ई-रिक्शा के लिए समर्पित इंटरमीडिएट पब्लिक ट्रांसपोर्ट (आईपीटी) लेन का भी स्टेशन पर उद्घाटन किया गया।
6 अगस्त: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने औपचारिक रूप से पिंक लाइन के मयूर विहार पॉकेट-1 और त्रिलोकपुरी-संजय लेक मेट्रो स्टेशन को जोड़ने वाले लिंक का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जिसमें यात्री सेवाएं उसी दिन दोपहर 3 बजे के बाद शुरू हुई।
12 अगस्त: दिल्ली मेट्रो ने परीक्षण आधार पर फीडर इलेक्ट्रिक बसें शुरू की हैं जिसके तहत 25 लो फ्लोर ई-बसों (24 सीटों वाले) को शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन से दो मार्गों पर चलाया जा रहा है। केवल दिल्ली मेट्रो स्मार्ट कार्ड या मेट्रो डीटीसी स्मार्ट कार्ड रखने वाले मेट्रो यात्रियों को इन ई- बसों में सेवाओं का लाभ उठाने की अनुमति है। वे कैशलेस यात्रा के लिए भुगतान करने हेतु अपने स्मार्ट कार्ड का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि ये बसें पूरी तरह से संपर्क रहित (कॉन्टेक्ट लेस) और परिचालक रहित (कंडक्टर लेस) हैं तथा यात्री बस में मेट्रो स्मार्ट कार्ड का उपयोग करके टर्नस्टाइल से चढने औऱ उतरने में सक्षम हैं।
29 अगस्त: दिल्ली मेट्रो में यात्रा करने वाले उभयलिंगी (ट्रांसजेंडर) यात्रियों को स्टेशनों पर बने शौचालय का निर्बाध उपयोग सुनिश्चित करने हेतु अपने स्टेशनों पर अब तक केवल दिव्यांगजनों के लिए बने अलग शौचालयों के उपयोग की अनुमति देने का प्रावधान किया है। वर्तमान में दिल्ली मेट्रो के समुचे नेटवर्क में मेट्रो स्टेशनों पर ऐसे 347 अलग समर्पित शौचालय (अन्य यात्रियों के लिए नियमित शौचालय के अलावा) हैं। इन शौचालयों को ट्रांसजेंडरों के उपयोग हेतु मार्गदर्शन के लिए, इन शौचालयों के बगल में दिव्यांग व्यक्तियों और ट्रांसजेंडर दोनों के साइनेज द्विभाषी (अंग्रेजी और हिंदी दोनों) लगाए गए हैं।
18 सितम्बर: दिल्ली मेट्रो की ग्रे लाइन पर ढांसा बस स्टैंड – नजफगढ़ सेक्शन का आवासन औरशहरी कार्य मंत्रालय, हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय मंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए औपचारिक रूप से यात्री सेवाओं के लिए उद्घाटन किया गया। इस खंड पर यात्री सेवाएं उसी दिन शाम 5 बजे से शुरू हुईं।
26 सितंबर: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने वर्ष 2012 से 2018 तक छह वर्षों के दौरान 3.55 मिलियन कार्बन क्रेडिट्स की बिक्री से 19.5 करोड़ रु. की अच्छी कमाई की है। डीएमआरसी अपने परिचालन कार्यों से भारत में जलवायु परिवर्तन के परिमाण निर्धारित करने में अग्रणी रही है। इसके अनेक ऐसे डेडिकेटिड प्रोजेक्ट्स ऊर्जा की बचत में सहायक हैं।
17 अक्टूबर: दिल्ली मेट्रो ने अपनी येलो लाइन (अर्थात लाइन-2, हुडा सिटी सेंटर से समयपुर बादली तक) के सभी मेट्रो स्टेशनों पर निःशुल्क हाई स्पीड वाईफ़ाई सेवा की सुविधा की शुरुआत की है। यह सेवा ऐसी लाइन पर शुरू की गई है जिसमें 37 मेट्रो स्टेशन शामिल हैं जहां मेट्रो भूमिगत है तथा ज्यादातर दिल्ली के सबसे भीड़भाड़ वाले हिस्सों में से एक है। इसमें बाहरी दिल्ली, मध्य दिल्ली से उत्तरी दिल्ली और दक्षिण दिल्ली तथा अंत में गुरुग्राम शामिल हैं।
29 अक्टूबर: डॉ मंगू सिंह, प्रबंध निदेशक/ डीएमआरसी ने ब्लू लाइन के नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी मेट्रो स्टेशन से ‘ईटीओ’ नामक 25 ई-रिक्शा के बेड़े का उद्घाटन किया। ये ई-रिक्शा नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी मेट्रो स्टेशन के आस-पास के इलाकों में अंतिम मील कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए रोजाना सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक चलेंगे।
29 अक्टूबर: केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री द्वारा दिल्ली मेट्रो को शहरी परिवहन के क्षेत्र में उत्कृष्टता’ के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ यात्री सेवाओं और संतुष्टि के साथ मेट्रो रेल श्रेणी के तहत दिया गया। डॉ मंगू सिंह, प्रबंध निदेशक, डीएमआरसी ने यह पुरस्कार दिल्ली में हुए 14वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन 2021 में आवासन और शहरी कार्य मंत्री, हरदीप सिंह पुरी से प्राप्त किया। यह यूएमआई सम्मेलन आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित एक प्रमुख वार्षिक कार्यक्रम है जो राज्य/शहर के अधिकारियों को वैश्विक शहरी परिवहन विशेषज्ञों से सर्वोत्तम शहरी परिवहन पद्धतियों को सीखने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
22 नवंबर: डीएमआरसी ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के सहयोग से एक स्वदेशी रोलिंग स्टॉक चालक प्रशिक्षण प्रणाली (RSDTS) के पहले नमूने का शुभारंभ किया और साथ ही सुपर-पर्यवेक्षी नियंत्रण और डाटा अधिग्रहण प्रणाली (SCADA) के कामकाज का प्रदर्शन किया जिसे रखरखाव आवधिकता, जनशक्ति की आवश्यकता और पुर्जों के प्रबंधन को युक्तिसंगत बनाने के लिए उपकरणों और परिसंपत्तियों की निगरानी प्रणाली के रूप में विकसित किया जा रहा है। दुर्गा शंकर मिश्र, सचिव, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय एवं अध्यक्ष डीएमआरसी ने रोलिंग स्टॉक चालक प्रशिक्षण प्रणाली (आरएसडीटीएस) का उद्घाटन किया और साथ ही डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक, डॉ मंगू सिंह एवं डीएमआरसी तथा बीईएल के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति मे सुपर-स्काडा प्रणाली के प्रदर्शन को भी देखा।
25 नवम्बर: हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय मंत्री, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय और कैलाश गहलोत, परिवहन मंत्री, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली ने दुर्गा शंकर मिश्र, सचिव,
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, डॉ मंगू सिंह, प्रबंध निदेशक, डीएमआरसी और दिल्ली मेट्रो के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में वीडियोकांफ्रेंसिंग के माध्यम से 59 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन (मजलिस पार्क से शिव विहार तक) पर ड्राइवर लैस ट्रेन ऑपरेशन (डीटीओ) का शुभारंभ किया। इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो का पूरी तरह से स्वचालित नेटवर्क लगभग 97 किलोमीटर तक हो गया है जो दुनिया में चौथा सबसे बड़ा और भारत में एकमात्र डीटीओ नेटवर्क है। 2020 में मैजेंटा लाइन पर डीटीओ सुविधा शुरू हुई थी जिसके साथ दिल्ली मेट्रो ने दुनिया के 7% मेट्रो की कुलीन लीग में प्रवेश किया था जो पूरी तरह से स्वचालित मेट्रो नेटवर्क संचालित करते हैं।
28 नवम्बर:दिल्ली मेट्रो द्वारा प्रस्तुत ‘चुनौतियों पर विजय शीर्षक की एक डाक्यूमेंट्री फिल्म को 20 से 28 नवंबर, 2021 के बीच गोवा में आयोजित 52 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के प्रतिष्ठित भारतीय चित्रमाला सेक्शन में दिखाया गया। 28 मिनट लंबी गैर फीचर फिल्म, डीएमआऱसी द्वारा अपने तीसरे चरण के विस्तार के दौरान अनुभव की गई विभिन्न निर्माण संबंधी चुनौतियों को बताती है। यह फिल्म नवीन ग्राफिक्स एवं कठिन परियोजना को निष्पादित करने वाले इंजीनियरों के साक्षात्कार और डीएमआऱसी के अहम प्रयासों से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दिल्ली मेट्रो की बढती पैठ पर प्रकाश डालती है।
29 नवम्बर: डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक, डॉ. मंगू सिंह ने यमुना बेंक डिपो में पहली मिड-लाइफ रिफर्बिश्ड (नवीनीकृत) ट्रेन का अनावरण किया जिसे 2007 में सेवा में लिया गया था। यह प्रयास उन सभी 70 मेट्रो ट्रेनों के नवीनीकरण के लिए डीएमआरसी द्वारा चलाए गए एक विशेष अभियान का हिस्सा है जिन्हें डीएमआरसी ने 2002 और 2007 के बीच अपने पहले फेज में खरीदा था और जो अपने कुल 30 वर्ष के लाइपस्पैन के 14 से 19 वर्ष पूरे कर चुकी हैं। इस मिड-लाइफ रिफर्बिशमेंट के हिस्से के रूप में ट्रेनों को कई नई सुविधाओं के साथ रूपांतरित किया जा रहा है ताकि उन्हें बाकी ट्रेनों के बराबर लाया जा सके जिन्हें बाद में डीएमआरसी के फेज-IIऔर III के विस्तार में सेवा में लिया गया था।
24 दिसंबर: दिल्ली मेट्रो परिचालन के 20वें वर्ष में प्रवेश के शुभ अवसर पर रेड लाइन पर शुरू होने वाली देश की पहली स्वदेशी i-ATS प्रणाली के फील्ड ट्रायल का उद्घाटन दुर्गा शंकर मिश्र, सचिव/MoHUA व चेयरमैन/DMRC द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए किया गया। इस अवसर पर कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर मिश्र द्वारा एक भव्य प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया, जिसकी थीम है – ‘दिल्ली मेट्रो की यात्रा का चित्रण’। ये वही ऐतिहासिक स्थल है जहां वर्ष 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली के पहले मेट्रो कॉरीडोर का शिलान्यास किया था। अब यहां दुर्लभ तस्वीरों के साथ ये प्रदर्शनी उस ऐतिहासिक सफर की याद को यात्रियों के ज़ेहन में ताज़ा रखेगी।