अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: पुलवामा हमले के मामले में आज एनआईए ने 22 वर्ष की आयु के जैश के ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) शाकिर बशीर मगरे नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया। एक फर्नीचर की दुकान के मालिक शाकिर बशीर मगरे ने आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को आश्रय और अन्य साजो-सामान की सहायता प्रदान की । उसे वर्ष 2018 के मध्य में आदिल अहमद डार से पाकिस्तानी आतंकी यानी मोहम्मद उमर फारूक ने मिलवाया था और वह जैश का पूर्णकालिक ओजीडब्ल्यू बन गया था। शुरुआती पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया है कि कई मौकों पर उसने पुलवामा हमले में शामिल लोगों सहित जैश आतंकियों को हथियार, गोला-बारूद, नकदी और विस्फोटक सामग्री एकत्र की और पहुंचाया।
एनआईए के मुताबिक आरोपी शाकिर बशीर मगरे ने आगे खुलासा किया है कि उसने फरवरी 2019 में हमले तक 2018 के अंत से आदिल अहमद डार और पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद उमर फारूक को अपने घर में शरण दी थी और आईईडी तैयार करने में उनकी मदद की थी। उनकी दुकान लेथोपपोरा पुल के पास स्थित है और मोहम्मद उमर की सलाह के अनुसार उन्होंने जनवरी 2019 में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले की आवाजा ही की टोह लेने शुरू कर दी और मोहम्मद उमर और आदिल अहमद डार को इस बारे में सूचित किया। इसके अलावा वह फरवरी, 2019 की शुरुआत में मारुति ईको कार को संशोधित करने और आईईडी की फिटिंग में भी शामिल था। जांच के दौरान हमले में इस्तेमाल की गई कार के मेक, मॉडल और नंबर का पता एनआईए ने तेजी से कार के छोटे अवशेषों की फोरेंसिक जांच के जरिए मारुति ईको कार होने का पता लगाया, जिसे विस्तारित तलाशी के दौरान मौके से जब्त कर लिया गया । इसकी पुष्टि आरोपी शाकिर बशीर मगरे ने की है। हमले में इस्तेमाल किए गए विस्फोटकों में फोरेंसिक जांच के जरिए अमोनियम नाइट्रेट, नाइट्रो-ग्लिसरीन और आरडीएक्स होना तय था।
जांच में आत्मघाती हमलावर की पहचान अपने पिता के साथ डीएनए मिलान के जरिए आदिल अहमद डार होने की भी पुष्टि हुई है। इस हमले में शामिल अन्य प्रमुख आतंकियों में मुददाश अहमद खान ( 11 मार्च -2019 को सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में मारे गए दक्षिण कश्मीर के जैश के डिवीजनल कमांडर मुद्दसर अहमद खान को पाकिस्तानी आतंकी यानी पाकिस्तानी आतंकी मिले हैं। मोहम्मद उमर फारूक और आईईडी एक्सपर्ट कामरान, (दोनों 29 मार्च 2019 को मारे गए) कार के मालिक सज्जाद अहमद भट निवासी मरहमा, अनंतनाग (16 जून 2019 को मारे गए) और जेएम के कमांडर कारी यासिर। पुलवामा में 14 फ़रवरी 2019 को जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहे सीआरपीएफ के काफिले पर हमला, जैश के आतंकी आदिल अहमद डार ने आईईडी से लदे वाहन के साथ सीआरपीएफ के 40 जवानों की जान ले ली थी और कई अन्य लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। ओजीडब्ल्यू शाकिर बशीर मगरे को आज जम्मू स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया और विस्तृत पूछताछ के लिए एनआईए की 15 दिन की हिरासत में भेज दिया गया। आगे की जांच जारी है । *****