अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: एनआईटी आर्थिक अपराध शाखा ने फर्जी जीपीए कर प्लाट बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया हैं। इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया हैं।पकड़े गए अपराधियों के कब्जे से पुलिस ने विभिन्न सरकारी विभागों के 60 मोहरें व 56 स्टाम्प पेपर के साथ आदि महत्वपूर्ण दस्ताबेज बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए इन अपराधियों ने हरियाणा व दिल्ली में इस तरह के कई अपराधों को अंजाम दे चुके हैं।
इंचार्ज मदन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना मुजेसर में मुकदमा नंबर 847 दिनांक 21 दिसंबर 2018 को भारतीय दंड सहिंता की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी, 201 आईपीसी के तहत दर्ज किया गया था। जिसमें शिकायतकर्ता धर्मवीर ने बताया था कि उनकी 544 वर्ग गज जमीन को फर्जी जीपीए के जरिए कुछ लोगों ने बेच दिया हैं। इसके बाद इस केस की आगे की जांच जिम्मेदारी एनआईटी आर्थिक अपराध शाखा को सौपी गई। उनका कहना हैं कि इस केस की आगे की जांच के लिए एक विशेष टीम उन्होनें तुरंत गठित की। जब उनकी टीम ने कई दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद चार लोगों को गिरफ्तार किया हैं।
पकड़े गए अपराधियों के नाम अमित बैंसला, श्रीकांत वर्मा,अमित मेहता एवं राजेश कुमार हैं इनमें से पुलिस ने अमित बैंसला, श्रीकांत वर्मा व अमित मेहता को सोमवार को अदालत के सम्मुख पेश किया गया जहां से अदालत ने तीनों अपराधियों को जेल भेज दिया। आज चौथा एक आरोपी राजेश को गिरफ्तार कर पुलिस ने अदालत में पेश किया जहां से उसे भी जेल भेज दिया गया हैं , इस से पहले पुलिस ने उपरोक्त आरोपियों को सात दिनों के रिमांड पर लेकर इनके पास से विभिन्न सरकारी विभागों के मोहरे और 56 स्टाम्प पेपरों को बरामद किया हैं। जो पिछले डेटों के मिले हैं।