अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: केन्द्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि दिल्ली- एनसीआर में 53 हजार करोड़ रूपए की लागत से सड़क व पुल निर्माण के 15 प्रौजेक्ट मंजूर किए हुए हैं जिनमें से 14 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। ये प्रोजेक्ट पूरे होने से दिल्ली- एनसीआर में प्रदूषण कम होगा और लोगों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी।गडकरी आज गुरुग्राम जिला के गांव लोहटकी के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने आए थे। उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह के अलावा सोहना के विधायक संजय सिंह भी थे। गांव लोहटकी में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि लगभग 1380 किलो मीटर लंबाई का दिल्ली-मुबंई एक्सप्रैस हाईवे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे है जो मार्च-2023 तक बनकर तैयार होगा। इस पर लगभग 95 हजार करोड़ रूपए की लागत आएगी। इस एक्सप्रैस-वे का दिल्ली से राजस्थान के दौसा तक तथा वडोदरा से अंकलेश्वर तक का हिस्सा मार्च-2022 तक बन जाएगा। यह एक्सप्रैस वे 8 लेन का एक्सैस कंट्रोल ग्रीन फील्ड एक्सप्रैस वे बनाया जा रहा है जिसमें भविष्य में 4 लेन और जोड़कर इसे 12 लेन तक का किया जा सकता है। इस एक्सप्रैस वे पर 21 मीटर चौड़ाई की मीडियन बनाई जा रही है, जिसे भविष्य में घटाकर एक्सप्रैस वे को चौड़ा किया जा सकता है।
-दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का 160 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा की सीमा में
गडकरी ने कहा कि इस एक्सप्रेस – वे की लगभग 160 किलोमीटर लंबाई हरियाणा प्रदेश में पड़ती है जिस पर 10400 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। इसमें से 130 किलोमीटर लंबाई के एक्सप्रैस वे के निर्माण के लिए काम अलॉट भी किया जा चुका है। यह एक्सप्रैस-वे हरियाणा में गुरूग्राम , पलवल तथा नूंह जिलों से होकर गुजरेगा। हरियाणा में पड़ने वाले हिस्से में 6 स्थानों पर वे-साईड सुविधाएं बनाई जाएंगी। इनमें यात्रियों के लिए सुविधाएं जैसे रिजोर्ट, रेस्टोरेंट , डोर मैट्री , अस्पताल, फूड कोर्ट, फयूअल स्टेशन आदि के अलावा ट्रको की पार्किंग गैराज आदि की सुविधा होगी। यही नहीं, कमर्शियल स्पेस ऑफ लॉजिस्टिक पार्क भी होंगे। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रैस-वे पर दुर्घटना के पीड़ित व्यक्तियों को जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल में पहुंचाने के लिए हैलीकॉप्टर एंबुलैंस सेवा भी उपलब्ध होगी। कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा रखी गई मांगों को मंजूर करते हुए गडकरी ने बताया कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव बिलासपुर, मानेसर तथा कापड़ीवास सहित 3 परियोजनाओं को स्वीकृत किया जा चुका है जिन पर लगभग 250 करोड़ रूप्ये की लागत आएगी। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में इन स्थानों पर अंडरपास या फलाईओवर बनाने की मांग रखी थी ताकि वहां पर लोगों को सुविधाएं मिलें और दुर्घटनाओं की संख्या कम हो। गडकरी ने यह भी कहा कि पलवल -अलीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और ईस्टर्न पैरिफेरियल एक्सप्रैस हाईवे (केजीपी) पर इंटरचेंज बनाने के कार्य को भी स्वीकृति दी जा चुकी है। यह मांग भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी के समक्ष रखते हुए कहा था कि इंटरचेंज जब तक नही बनेगा तब तक एक मार्ग से दूसरे मार्ग का उपयोग करने वाले लोगों को कठिनाई आएगी। फरीदाबाद शहर को जेवर हवाई अड्डे के साथ जोड़ने के लिए रखी गई मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मांग को भी गडकरी ने मौके पर ही मंजूरी दी।
-गुरूग्राम-सोहना रोड़ पर ऐलिवेटिड सड़क का निर्माण होगा
मार्च-2022 तक पूरा। गडकरी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि गुरूग्राम-सोहना रोड़ पर लगभग 1700 करोड़ रूप्ये की लागत से 6 लेन का 5 किलोमीटर लंबा एलिवेटिड रोड़ बनाया जा रहा है जो मार्च 2022 तक पूरा होगा। उन्होंने ये भी बताया कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर एंबियंस मॉल के पास बनाया जा रहा यू-टर्न अंडरपास भी अक्टूबर 2021 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रैस वे निर्माण के लिए किसानों को डेढ़ गुना मुआवजा दिया है ताकि किसान को नुकसान ना हो। गडकरी ने कहा कि मै भी एक किसान हूं और किसान की दिक्कत समझता हूं। उन्होंने किसानों का भी आह्वान किया कि वे हाईवे के साथ लगती अपनी जमीन ना बेचें बल्कि उस जमीन को विकसित करेंगे तो उन्हें ज्यादा लाभ होगा। एक सवाल के जवाब में गडकरी ने बताया कि सड़क निर्माण में 8 प्रतिशत वैस्ट प्लास्टिक का प्रयोग किया जा रहा है। इसके बारे में उनके मंत्रालय ने एक अधिसूचना भी जारी कर रखी है। इसके अलावा, बिटुमिन में टायर रबड़ वैस्ट का मिश्रण करके उसकी गुणवत्ता को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे इस प्रकार के नए प्रयोग करते रहते हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी का स्वागत करते हुए उन्हें देशभर में सड़को का जाल बिछाने वाले अनथक और मेहनती मंत्री बताया। उन्होंने कहा कि जो भी परियोजना वे गडकरी के पास लेकर गए उन्होंने कभी ना नही की और परियोजना को मंजूर कर दिया। उदाहरण देते हुए मनोहर लाल ने बताया कि पिछले दिनों दिल्ली से अमृतसर तक स्पेशल एक्सप्रैस वे, जो बाद में जम्मू तक जाएगा, बनाने की बात आई तो गडकरी ने उन्हें तथा पंजाब के मुख्यमंत्री को बुलाकर उसकी अलाइंमेंट पूछी और तुरंत उसे फाइनल कर दिया। इसी प्रकार, हरियाणा में पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर हाईवे निर्माण की मांग रखी गई तो गडकरी ने पानीपत से डबवाली तक सड़क मंजूर कर दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कितने ही राजमार्ग हरियाणा में अब बनाए जा रहे हैं। इनके बनने से हमारी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। उद्योग लगेंगे , और सर्विसिज आएंगी , लोगों को सुविधाजनक जीवन जीने का अवसर मिलेगा और निश्चित रूप से हम आगे बढ़ेगे। मनोहर लाल ने कहा कि दिल्ली- मुंबई एक्सप्रैस वे के बनने से हरियाणा के विशेष रूप से गुरूग्राम, नूंह तथा पलवल जिलों को लाभ होगा। यहां पर निवेशक आएंगे , उद्योग धंधे लगेंगे और लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि अच्छी सड़क उस इलाके की आर्थिक उन्नति की द्योतक होती है। कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि 7 साल पहले मोदी सरकार बनी और उस समय महाराष्ट्र से आकर नितिन गडकरी केन्द्र में मंत्री बने थे तब यह कहावत थी कि गडकरी महाराष्ट्र में हाईवेज के फादर हैं। गडकरी ने हरियाणा में और देश में राष्ट्रीय राजमार्ग का जाल बिछाने का काम किया है इसलिए इन्हें देश के हाईवेज का फादर कहा जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि एक विकसित राष्ट्र के राष्ट्रपति ने कहा था कि उनका देश इसलिए विकसित है कि वहां की सड़के अच्छी हैं। इस लिहाज से गडकरी द्वारा हिंदुस्तान को स्मृद्ध बनाने की नींव रखी जा रही है। उन्होंने गडकरी से कहा कि वे हरियाणा पर अपनी नजरें इनायत रखें।