अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा: प्लास्टिक का प्रयोग सदैव ही प्रदूषण के लिए हानिकारक रहा है रहा है। ये जहां ड्रेनेज सिस्टम को जाम करता है, कूड़े में पड़े प्लास्टिक को खाकर जानवर की बीमार पड़ते रहे हैं। इसके उपयोग को हानिकारक मानते हुए शासन ने प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया है। लेकिन अब इस वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग नोएडा में सड़क बनाने के लिए किया जा रहा है,ऐसे ही प्लास्टिक वेस्ट माड्यूल का इस्तेमाल कर सड़क बनाने के पायलट प्रोजेक्ट का गुरुवार को उद्घाटन नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ऋतु माहेश्वरी ने किया।
इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद नोएडा देश का पहला ऐसा शहर बन गया,जहां प्लास्टिक वेस्ट से सड़क बनाने के प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई है। नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत सड़क निर्माण में प्लास्टिक वेस्ट माड्यूल का प्रयोग किया जा रहा है। 500 मीटर लंबी सड़क के निर्माण के लिए भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के साथ मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (एमओए) किया गया है। इसके तहत सेक्टर-129 के सामने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के समानांतर 500 मीटर लंबी और 12 मीटर चौड़ी (कुल क्षेत्रफल 6000 वर्गमीटर) में प्लास्टिक वेस्ट माड्यूल का इस्तेमाल कर सड़क बनाने के काम की शुरुआत हुई है।
ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि परियोजना के तहत भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन की ओर से उपलब्ध कराए गए प्लास्टिक वेस्ट माड्यूल शीट को सड़क की सतह पर बिछाकर उसके ऊपर दो लेयर बिटूमिन कंक्रीट बिछाई जाएगी। इसके निर्माण में 35 मीट्रिक टन प्लास्टिक वेस्ट का प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नोएडा देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जहां प्लास्टिक वेस्ट माड्यूल के इस्तेमाल से सड़क का निर्माण किया जा रहा है।