अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: विद्युत मंत्रालय भारत सरकार के राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) कॉर्पोरेट कार्यालय सेक्टर – 33 फरीदाबाद द्वारा विद्युत क्षेत्र के लिए “साइबर घटना प्रतिक्रिया“ पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि विद्युत मंत्रालय से मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी (सीआईएसओ) आर.पी. प्रधान मौजूद रहे तो वहीं एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर ने ऑनलाइन जुडकर हिस्सा लिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य ब्रिटिश उच्च आयोग भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में आपसी विकास और सहयोग के साथ मिलकर बढना है।
कार्यशाला में ऑनलाईन जुडी एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर ने बताया कि इस कार्यशाला में अर्न्स्ट एंड यंग एलएलपी भारत और यूके के विभिन्न डोमेन विशेषज्ञों को आईटी-ओटी सुरक्षा के बारे में विभिन्न पहलुओं पर अपनी राय साझा करने के लिए एकीकृत कर रहे हैं। कार्यशाला के जरिए एनपीटीआई और ब्रिटिश उच्च आयोग साइबर सुरक्षा को बढ़ाने के लिए आपसी सहयोग से काम करेंगे। साथ मिलकर, हमारा उद्देश्य साइबर खतरों और घटनाओं के महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करने के लिए ज्ञान के आदान-प्रदान, कौशल विकास और रणनीतिक संवाद के लिए एक मंच प्रदान करना है। जैसा कि हम आज यहां एकत्र हुए हैं, हम एक साझा लक्ष्य से एकजुट हैं- वो लक्ष्य है “एक साथ सुरक्षित साइबर स्पेस का निर्माण करना” ।इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में मुख्य अतिथि विद्युत मंत्रालय से मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी (सीआईएसओ) आर.पी. प्रधान मौजूद रहे। इनके साथ-साथ साइबर कार्यक्रम सलाहकार आनंद कृष्णन, एनपीटीआई की प्रधान निदेशक डॉ. मंजू , टेक्नोलॉजी कंसल्टिंग, ईवाई यूके से पार्टनर रिक हेम्सली, परामर्श सेवाएं जीपीएस , ईएंडवाई इंडिया से निदेशक मनोज कुमार गुप्ता, निदेशक परियोजना, एनपीटीआई से डॉ. एन के श्रीवास्तव सहित विद्युत क्षेत्र की उपयोगिताओं के 30 से अधिक सीआईएसओ इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।
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