क्राइस्टचर्च: न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों पर हुए आतंकी हमले में 49 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल है. हमले के बाद से ही 9 भारतीय लापता हैं. इस संबंध में भारतीय उच्चायोग ब्योरा जुटा रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने नयी दिल्ली में कहा कि न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायोग अधिक जानकारी के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है.नौ भारतीय नागरिकों के लापता होने की अपुष्ट खबरों के बारे में पूछे जाने पर वेंलिगटन में भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय मिशन की एक टीम भारतीयों के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है.
हमलों में भारतीय मूल का एक व्यक्ति भी घायल हुआ है. हैदराबाद में रह रहे उसके रिश्तेदारों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. खुर्शीद जहांगीर ने बताया कि उनका भाई अहमद इकबाल जहांगीर हमले में घायल हो गया और उसका फिलहाल क्राइस्टचर्च के एक स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है.उन्होंने बताया कि उन्होंने न्यूजीलैंड जाकर अपने भाई को देखने के लिए वीजा और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी से मदद मांगी है. खुर्शीद जहांगीर ने कहा कि वह दो बार न्यूजीलैंड जा चुक हैं और यह दुनिया में सबसे “सुरक्षित” स्थान है. 49 लोगों की जान लेने वाले 28 वर्षीय आतंकी ब्रेंटन हैरिसन टैरेंट को कल गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद उसे उसे कोर्ट में पेश किया गया. जहां अदालत ने ब्रेंटन को पांच अप्रैल तक हिरासत में भेज दिया. उस पर हत्या का आरोप लगाया गया है. हमलावर ने लाइव वीडियो बनाते हुए फायरिंग की थी.
शहर के बाहरी भाग में स्थित लिनवुड मस्जिद और मध्य क्राइस्टचर्च की अल नूर मस्जिद में हुए हमलों में कम से कम 49 नमाजियों की मौत हो गई थी. यह घटना पश्चिमी देश में मुस्लिमों के खिलाफ अब तक के सबसे भीषण हमले के तौर पर सामने आई है.आतंकी हमले के वक्त एक मस्जिद में बांग्लादेश की टीम मौजूद थी. हमले के बाद मैच को रद्द कर दिया गया है और टीम वापस बांग्लादेश के लिए रवाना हो चुकी है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूजीलैंड की अपनी समकक्ष को पत्र लिखकर क्राइस्टचर्च में इबादत के स्थान पर गोलीबारी में निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना और दुख प्रकट किया. प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि विविधतापूर्ण और लोकतांत्रिक समाज में हिंसा के लिये कोई स्थान नहीं है. विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न को पत्र लिखा. प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने इसे ‘‘हिंसा की एक असाधारण और अभूतपूर्व घटना’’ बताते हुये स्वीकार किया कि इसमें प्रभावित लोग या तो प्रवासी हैं या फिर शरणार्थी हैं. मृतकों की संख्या बताते हुये उन्होंने कहा कि 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि इसे अब केवल आतंकवादी हमला ही करार दिया जा सकता है. हम जितना जानते हैं, ऐसा लगता है कि यह पूर्व नियोजित था.’’