अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा में 25 मई को होने वाले लोकसभा आम चुनाव-2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने को लेकर पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में पंचकूला स्थित पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश भर के पुलिस महानिरीक्षकों, पुलिस आयुक्तो, पुलिस अधीक्षकों तथा पुलिस उपायुक्तों सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। इस बैठक में पुलिस बल की तैनाती करने सहित मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न करवाने को लेकर विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) संजय कुमार ने 25 मई को प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने संबंधी तैयारियां की रिपोर्ट प्रस्तुत की। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है ताकि लोग बिना डरे निष्पक्ष तरीके से मतदान कर सकें इसलिए सभी पुलिस अधिकारी चुनाव ड्यूटी को लेकर किसी तरह का संशय ना रखें और अपने अधीनस्थ पुलिस कर्मियों को ड्यूटी बारे स्पष्टता लाने के लिए उनकी ब्रीफिंग करते रहें। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्र पर कानून व्यवस्था बाधित करने संबंधी संभावित अलग-अलग परिस्थितियों के उत्पन्न होने पर पुलिसकर्मियों को कब, क्या और कैसे काम करना है इसे लेकर उन्हें स्पष्टता होनी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वे पुलिसकर्मियों को जरूरी नंबरों की सूची भी उपलब्ध करवाएं ताकि जरूरत पड़ने पर संबंधित अधिकारी से संपर्क किया जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक, जिला उपायुक्त के साथ तालमेल स्थापित करते हुए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप प्रत्येक स्तर पर कानून व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करें। कपूर ने कहा कि बूथों पर तैनात पुलिसकर्मी को वहां पर कानून व्यवस्था सुनिश्चित करनी है। हर पुलिसकर्मी को अपने डूज और डोन्ट्स अच्छे से पता होने चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस मामले में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस बारे में पुलिस अधिकारी से लेकर ड्यूटी पर तैनात अंतिम पुलिसकर्मी तक को मैसेज साफ और स्पष्ट होना चाहिए। इस दौरान सभी पुलिसकर्मियों में आपस में मजबूत तालमेल बनाए रखने हेतु संचार तंत्र का उपयोग करना बहुत जरूरी है।बूथों पर पुलिस बल की तैनाती संबंधी विषय पर उन्होंने कहा कि सभी जिलों को पर्याप्त संख्या में पुलिस बल उपलब्ध करवा दिए गए है। पुलिस आयुक्त तथा पुलिस अधीक्षक अपने अधिकार क्षेत्र में बूथों पर जरूरत के हिसाब से इनकी तैनाती करें। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से लेकर मतदान समाप्त होने के बाद भी पुलिस बल सतर्क रहे और असामाजिक तत्वों पर नजर बनाए रखें। पुलिसकर्मी इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखें कि मतदान पूरा होने के बाद किसी प्रकार की हिंसा न हो और चौकन्ने होकर मतदान के अगले दिन तक भी ऐसे असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखें।सक्रिय नियंत्रण कक्ष, त्वरित कार्रवाईः इसके अलावा पुलिस अधिकारी नियंत्रण कक्षों पर उपलब्ध स्टाफ से संपर्क में रहे और वहां चुनाव संबंधी आने वाली प्रत्येक कॉल पर नजर बनाए रखें। उन्होंने कहा कि चुनाव संबंधी आने वाला प्रत्येक फोन अत्यंत महत्वपूर्ण होगा इसलिए नियंत्रण कक्ष में फोन आने के बाद मैसेज कहां, कैसे और किस अधिकारी अथवा कर्मचारी तक पहुंचना है यह सुव्यवस्थित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दौरान वायरलेस सिस्टम को प्रभावी तरीके से इस्तेमाल करना है। उन्होंने कहा कि यदि मतदान से पूर्व इन सभी पहलुओं पर होमवर्क कर लिया जाएगा तो निश्चित तौर पर मतदान के दिन किसी पुलिसकर्मी को कोई समस्या उत्पन्न नहीं होंगी। इसके अलावा, उन्होंने पेट्रोलिंग पार्टियों को भी गश्त नियमित तौर पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मतदान केंद्र पर लोग बिना डरे निष्पक्ष तरीके से मतदान करें, इसके लिए व्यवस्था की जानी चाहिए।पर्याप्त पुलिस बल, सुदृढ़ सुरक्षा तंत्रः बैठक में बताया गया कि लोकसभा चुनाव के लिए हरियाणा पुलिस के 35 हज़ार से अधिक पुलिसकर्मी (एसपीओ सहित), पैरामिलिट्री फोर्स की 112 कंपनियां, 24 हजार से अधिक होमगार्ड के जवान तैनात रहेंगे। इस दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अंतर्राज्यीय(इंट्रा स्टेट) तथा अंतरराज्यीय(इंटर स्टेट) सीमाओं पर कुल 300 नाके लगाए जाएंगे। प्रदेश में मतदान के लिए 10 हजार 343 स्थानों पर कुल 20 हजार 6 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा, 1362 स्थानों पर 3033 मतदान केंद्रों को संवेदनशील(क्रिटिकल) माना गया है तथा 51 मतदान केन्द्रों को वल्नरेबल माना गया है।इन मतदान केन्द्रों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा। इसके साथ ही प्रदेश में 418 फ्लाइंग स्क्वायड टीम, 415 स्टेटिक सर्विलांस टीम तथा 34 क्विक रिस्पांस टीम बनाई गई है। प्रदेश में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा आदर्श आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करने को लेकर 1039 पेट्रोलिंग पार्टी भी लगाई गई है जो दिन रात गश्त कर रही है।इसके अलावा बैठक में तीन नए कानूनों को प्रभावी तरीके से लागू करने को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। कपूर ने कहा कि तीन नए कानूनों को प्रभावी तरीके से लागू करने में जिला पुलिस उपायुक्तो एवं पुलिस अधीक्षको की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। कपूर ने उनसे कहा कि वे अनुसंधान अधिकारियों को नए कानून के बारे में अच्छे से प्रशिक्षण करवाने की दिशा में काम करें। उन्होंने 25 मई के बाद अनुसंधान अधिकारियों की इन नए कानून को लेकर मोक एक्सरसाइज करवाने की आवश्यकता पर भी बल दिया ताकि 1 जुलाई 2024 तक प्रत्येक अनुसंधान अधिकारी पूरे आत्मविश्वास के साथ इन नए कानूनों के अनुरूप कार्य कर सके।ये रहे उपस्थितः पुलिस मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीआईडी आलोक मित्तल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साइबर ओ पी सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) संजय कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आधुनिकीकरण एवं कल्याण) अमिताभ ढिल्लों, आईजी कानून एवं व्यवस्था हरदीप दून सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
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