अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ़: हरियाणा राजभवन में सोमवार को हरियाणा दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं व बधाई दी। इस अवसर पर पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित व उड़ीसा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल भी उपस्थित रहे।राज्यपाल दत्तात्रेय ने कहा कि हरियाणा प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ है। यह प्रदेशवासियों की कठिन मेहनत व सहयोग से सम्भव हो पाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य सरकार की और से प्रदेश की जनता को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने एक दूसरे को हरियाणा दिवस की बधाई दी।
हरियाणा दिवस समारोह में हरियाणा व अन्य राज्यों की संस्कृति से ओत-प्रोत रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती आराधना से हुई। इसके बाद हरियाणवी लोक गीत की प्रस्तुति में विवाह अवसर पर गाए जाने वाले गीतों व सीठनों की प्रस्तुति दी गई। कलाकारों ने शास्त्रीय संगीत पर आधारित प्रकृति नृत्य में प्रकृति बचाव का संदेश देकर सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। हरियाणवी संस्कृति और लोक गीतों के साथ-साथ कार्यक्रम में महाराष्ट्र और राजस्थान के लोक नृत्यों की झलक भी देखने को मिली। महाराष्ट्र का लावणी और राजस्थान के पारंपरिक नृत्य कालबेलिया की प्रस्तुति को भी दर्शकों ने खूब सराहा। कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति के रूप में हरियाणा का लूर नृत्य बहुत ही मनमोहक रहा। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सांस्कृतिक कार्यक्रम से खुश होकर कलाकारों को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर गृह मंत्री अनिल विज, हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल, बिजली मंत्री रणजीत सिंह, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, सहकारिता मंत्री बनवारी लाल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री ओम प्रकाश यादव, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा, पुरातत्व एवं संग्रहालय राज्य मंत्री अनूप धानक, हरियाणा के खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री संदीप सिंह, अम्बाला के सांसद रत्न लाल कटारिया, हरियाणा के महाधिवक्ता बी.आर. महाजन, मुख्य सचिव विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी. एस. ढेसी, वित्त सचिव राजस्व संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी.उमाशंकर,पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, पुलिस महानिदेशक पी.के.अग्रवाल व सांस्कृतिक विभाग के प्रधान सचिव डा. सुरेश, सचिव राज्यपाल अतुल द्विवेदी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।