अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र के औरंगपुर गांव से हुए छात्र यश नागर के अपहरण के मामले फरार चल रहे एक आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है जबकि दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठा कर भागने में कामयाब हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। पुलिस ने अरेस्ट घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके कब्जे से एक बाइक और तमंचा, कारतूस बरामद किया है। पुलिस 14 फरवरी को पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नजदीक पेट्रोल पंप से छात्र यश नागर को पहले ही सकुशल बरामद कर चुकी है।
देर रात पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के बाद गोली लगने से इंतजार नाम बदमाश घायल हो गया, जिसे पुलिस ने अरेस्ट कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं दूसरा आरोपी व इंतजार का चचेरा भाई नदीम अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में कामयाब रहा। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। अरेस्ट आरोपी से पुलिस ने एक बाइक और तमंचा बरामद किया है।एडीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि देर रात दनकौर पुलिस पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के सर्विस रोड वाहनो कि चेकिंग कर रही थी तभी बाइक पर सवार दो संदिग्ध दिखाई दिए। पुलिस जब जांच के रोकना चाहा तो बाइक को तेज गति से चला कर भागने लगे पुलिस कि घेराबंदी की तो पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस कि जवाबी कार्रवाई में गोली लागने एक बदमाश घायल हो गया जिसकी पहचान इंतजार के रूप में हुई जबकि उसका चचेरा भाई नदीम भागने सफल रहा जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
एडिशनल डीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि बदमाशों से पूछताछ से पता चला कि बीते 13 फरवरी को औरंगपुर गांव निवासी संदीप नागर के 12 वर्षीय भतीजे यश नागर को इन दोनों बदमाशों ने फिरौती के लिए अगवा किया था। इंतजार और नदीम चचेरे भाई हैं। कुछ समय पहले नदीम के पिता से दो लाख रुपये की ठगी हुई थी। ऐसे में परिवार को कर्ज लेना पड़ा था। कर्ज को चुकाने के लिए दोनों आरोपियों ने बच्चे के अपहरण की साजिश रची थी। बाद में परिजनों के दबाव और फंसने के डर से दोनों आरोपी बच्चे को पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के पास छोड़ गए थे। उसके बाद से ही पुलिस बदमाशों को तलाश रही थी।