अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: भारतीय रेल ने अधिकृत रेलवे टिकट एजेंटों के माध्यम से बुक किए गए टिकटों के लिए एक नई ओटीपी आधारित रिफंड प्रणाली की शुरूआत की है। इसका लक्ष्य उन आरक्षित ई-टिकटों के लिए एक पारदर्शी और ग्राहकों के अनुकूल प्रणाली तैयार करना है, जो रद्द किए गए हों अथवा फुली वेटलिस्टेड ड्रॉप्ड टिकट हों। भारतीय रेल के सार्वजनिक उपक्रम – भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) द्वारा यह नई प्रणाली लागू की जाएगी।यात्री के पंजीकृत मोबाइल नम्बर (बुकिंग के समय ग्राहक/यात्री द्वारा एजेंट को दिया गया नम्बर) पर एसएमएस के रूप में ओटीपी भेजा जाएगा।
रिफंड की राशि पाने हेतु, ग्राहक/यात्री के लिए टिकट बुक करने वाले एजेंट के साथ ओटीपी साझा करना होगा।उपभोक्तानुकूल इस सुविधा से, यात्री रद्द किए गए टिकट अथवा फुली वेटलिस्टेड ड्रॉप्ड टिकट के लिए अपनी ओर से एजेंट द्वारा प्राप्त की गई धनराशि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।रद्दीकरण रिफंड प्रक्रिया को सुसंगत बनाना इस योजना का उद्देश्य है,ताकि एजेंटों द्वारा रद्दीकरण धनराशि ग्राहक को समय पर मिल सके। ग्राहकों के लिए सलाह : आरक्षित रेल ई-टिकट की बुकिंग के समय आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंट को किसी एक यात्री का सही-सही मोबाइल नम्बर उपलब्ध कराना।
यह सुनिश्चित करना कि आरक्षित रेल ई-टिकट की बुकिंग के समय एजेंट मोबाइल नम्बर सही-सही दर्ज करे।यह ध्यान रखना कि ग्राहकों के लिए आरक्षित रेल ई-टिकटों की बुकिंग करने की अनुमति केवल आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंटों को ही है।यह भी ध्यान रखना कि रद्द टिकटों अथवा फुली वेटलिस्टेड ड्रॉप्ड टिकटों के लिए ओटीपी आधारित रिफंड की प्रक्रिया केवल तभी की जाएगी, जब आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंटों के माध्यम से टिकट बुक किया गया हो।