अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार चुनाव प्रचार में 23 अक्टूबर को सासाराम से शुरू हुई बिहार के नवनिर्माण की अपनी संकल्प यात्रा का समापन 3 नवंबर, 2020 की सहरसा की रैली में किया। इस दौरान उन्होंने बिहार की हर विधानसभा का स्पर्श करते हुए राज्य में 12 विशाल जन सभाओं को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने आज एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए बिहार की जनता का धन्यवाद किया और जनता से मिले अपार प्यार, स्नेह और आशीर्वाद को अपनी प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा,पिछले दिनों मुझे बिहार के अपने भाइयों-बहनों से मिलकर उनका आशीर्वाद लेने का अवसर मिला। सासाराम में पहली रैली से लेकर सहरसा में आखिरी रैली तक जनता ने हमेशा की तरह ढेर सारा प्यार दिया। एक जनसेवक के रूप में बिहार की भूमि का चरण स्पर्श मुझे जनसेवा के लिए और प्रतिबद्ध करता है। मोदी ने कहा कि विकास का सबसे बड़ा दुश्मन भ्रष्टाचार है। यह गरीबों से उनका अधिकार छीनता है लेकिन बैंक खातों, आधार और मोबाइल को जोड़कर NDA सरकार ने गरीबों को उनका अधिकार दिया है और काली कमाई के अनेक रास्ते बंद कर दिए हैं। अब अधिकांश योजनाओं का पैसा गरीबों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर हो रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि बिहार का गरीब आज आश्वस्त है कि उनके ही जैसा गरीबी में पैदा हुआ पिछड़े समाज का उनका सेवक आज दिल्ली में काम कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि एक भी गरीब भूखा न सोए। कोरोना के इस कठिन समय में उन्हें मुफ्त राशन और सहायता सुनिश्चित की जा रही है। जय बिहार, जय भारत का नारा देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए आत्मनिर्भर बिहार बनाने के लिए कृत्संकल्पित है। उन्होंने कहा कि आत्म निर्भर बिहार में लक्ष्य है – कानून का राज बनाए रखना, हमारा उद्देश्य है – गरीबों का कल्याण, हमारा मिशन है – युवाओं को अवसर *व*महिलाओं की सुरक्षा और हमारा मंत्र है – सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। मोदी ने कहा कि एनडीए ने किसानों के लिए जितना काम किया और कर रहा है, उतना आज तक किसी ने कभी नहीं किया। मेगा फूड पार्क, आधुनिक कोल्ड चेन, एग्रो-प्रोसेसिंग क्लस्टर्स बिहार को आधुनिक कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर देंगे। कृषि उत्पाद संघों की बढ़ती संख्या छोटे किसानों की ताकत बढ़ाएगी, उन्हें बड़े बाजारों से जोड़ेगी। बिहार के हर जिले में ऐसे उत्पाद हैं जिनकी अपनी पहचान है। खाने-पीने की चीजें, फल-सब्जियां, पेंटिंग, हैंडीक्राफ्ट जैसी कई चीजें बिहार की पहचान से जुड़ी हैं। हर बिहारी हमेशा से लोकल के लिए वोकल रहा है। एनडीए इस पहचान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री जी ने पहली रैली में कहा था कि एनडीए शासन ने लालटेन राज के भय और आतंक के युग को खत्म कर दिया है। आज बिहार के लोग बिजली की रोशनी में शांतिपूर्ण ढंग से रह रहे हैं। बिहार में कांग्रेस – राजद का गठबंधन विकास को अवरुद्ध करने वाला गठजोड़ है। बिहार के विकास मार्ग में रोड़ा बनकर अड़ी रहने वाली राजद को जब चुनाव में बिहार की जनता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया तो उसने 10 साल तक दिल्ली की यूपीए सरकार में शामिल होकर बिहार के विकास में रोड़े अटकाए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को बिहार का विकास नहीं करने दिया गया। जब केंद्र और बिहार में एक साथ एनडीए की सरकार बनी तो बिहार में विकास की गति तेज हुई और आज बिहार आत्मनिर्भर बिहार बनने की ओर अग्रसर है। हम बिहार में विकास की गति को धीमा नहीं होने दे सकते और बिहार की जनता ने इसके लिए एक बार पुनः प्रदेश में एनडीए की सरकार बनाने का मन बना लिया है।