अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल: केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों का लाभ अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने के विजन का फीडबैक लेने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से गांवों का दौरा कर रहे हैं। पिछले तीन दिनों से जिला पलवल में चल रहे एक दर्जन गांवों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को अपने बीच देखकर ग्रामीण बेहद खुश दिखाई दिए। वहीं मुख्यमंत्री द्वारा नागरिकों की समस्याओं और योजनाओं संबंधी सवालों का तुरंत जवाब देने की शैली भी ग्रामीणों को खूब रास आई। कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री ने जहां जरूरत अनुसार विकास कार्यों को मंजूर किया,वहीं सरकारी पैसे के सदुपयोग के लिए लोगों को जागरूक भी किया। ग्रामीण सीएम मनोहर लाल की सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रमों को लेकर बेबाक राय से न केवल काफी खुश नजर आए, साथ ही गांव के विकास पर आधारित नीतियों का लाभ लेने के लिए ग्रामजनों को प्रेरित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की इस कार्यशैली की ग्रामीण तहे दिल से सराहना कर रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल जनसंवाद कार्यक्रमों में जनता की शिकायतों को लेकर एकदम गंभीर नजर आते हैं। उनका कहना है कि पूर्व की सरकारों के समय नौकरियां निलाम होती थी, मगर जब से देश और प्रदेश में हमारी सरकारें बनी हैं, पर्ची और खर्ची पर पूरी तरह रोक लगी है। सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति पर काम करते हुए जनसेवा को तत्पर है। सरकार द्वारा पुलिस में स्पेशल फोर्स का गठन किया गया है, जिसकी कमान एडीजीपी ममता सिंह को सौंपी गई है।
इन योजनाओं की हो रही बारीकी से समीक्षा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गांवों में पहुंचकर सर्वप्रथम गांवों में अब तक हुए विकास कार्यों की जानकारी ली, साथ ही स्वामित्व योजना, परिवार पहचान पत्र, उज्ज्वला योजना, बिजली, पानी, शिक्षा, ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाओं की न केवल समीक्षा कर रहे हैं, बल्कि गावों में नागरिकों की जरूरत अनुसार योजनाओं की घोषणा करते हैं, जिससे हरेक जरूरतमंद व्यक्ति तक योजनाओं का त्वरित लाभ पहुंचे। ग्रामीणों के साथ साथ योजनाओं के क्रियान्वयन में लगे अधिकारियों से भी जन उपयोगी कार्यक्रमों की जानकारी लेते हुए जरूरी निर्देश देते हैं। कुल मिलाकर यही कहा जाएगा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का तीन दिवसीय पलवल दौरा ग्रामीणों के लिए किसी विशेष तोहफे से कम नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति सरकार के निर्णय से बेहद खुश हैं।