अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पंचकूला: वर्ष 1990 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्री शत्रुजीत कपूर ने आज हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का पदभार ग्रहण कर लिया है। पुलिस मुख्यालय में नए डीजीपी को पुलिसकर्मियों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पदभार ग्रहण करने के पश्चात निवर्तमान डीजीपी पी.के. अग्रवाल और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी। इस मौके पर एडीजीपी आधुनिकीकरण एवं कल्याण आलोक कुमार रॉय, एडीजीपी अपराध, ओ.पी सिंह, एडीजीपी आईटी एवं दूरसंचार ए.एस चावला,एडीजीपी विजिलेंस अजय सिंघल, एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था श्रीमती ममता सिंह, आईजीपी आधुनिकीकरण अमिताभ सिंह ढिल्लों, आईजी प्रशासन संजय सिंह, आईजी, सीआईडी सौरव सिंह, डीआइजी महिला सुरक्षा श्रीमती नाजनीन भसीन, एआईजी प्रोविजनिंग कमलदीप गोयल, एसपी कानून एवं व्यवस्था श्रीमती समिति चौधरी, आईपीएस पंकज नैन और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।
पुलिस में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं, इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
डीजीपी का पदभार ग्रहण करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शत्रुजीत कपूर ने कहा कि उनकी प्राथमिकता पुलिसिंग को और अधिक उत्तरदायी बनाकर और पारदर्शिता लाकर सुधार करना और शिकायत निवारण प्रणाली को और अधिक तीव्र करना होगा। यह सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया जाएगा कि समाज के कमजोर वर्ग के हितों की पूरी तरह से रक्षा की जाए। इसके अलावा, यह सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया जाएगा कि समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के हितों की पूरी तरह से रक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि कुछ श्रेणियां हैं जो आपराधिक तत्वों के निशाने पर हैं और ऐसे तत्वों की पहचान करने के प्रयास तेज किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं और बेटियों को सुरक्षित माहौल प्रदान करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल होगा ताकि वे देर से घर आने पर भी सुरक्षित महसूस कर सकें और यह समाज की सक्रिय भागीदारी से संभव हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हरियाणा में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है, या तो वे अपराध की दुनिया छोड़ दें या फिर प्रदेश छोड़ दें।
पुलिस कर्मियों की क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा
एक सवाल के जवाब में कपूर ने कहा कि हरियाणा में 55,000 से अधिक पुलिस कर्मियों का एक मजबूत पुलिस बल है और कानून और व्यवस्था और अन्य मुख्य पुलिस क्षेत्रों में क्षमता निर्माण के माध्यम से उनके कौशल को बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जाएगा। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जायेंगे और पुलिस कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे पुलिसकर्मी अधिक संवेदनशील तरीके से लोगों की सेवा कर सकेंगे और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि डायल 112 कार्यक्रम एक सफल कार्यक्रम साबित हुआ है, जिससे पुलिस रिस्पांस टाइम में काफी कमी आयी है।
अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों की सराहना की जाएगी, जबकि जो अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे हैं उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा
उन्होंने पुलिस के काम को चुनौतीपूर्ण बताते हुए कहा कि कई बार पुलिस को विपरीत परिस्थितियों में भी काम करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के कल्याण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि वे अधिक प्रतिबद्धता और समर्पण भाव के साथ काम कर सकें। इसके अलावा, बेहतर काम करने वाले पुलिसकर्मियों की सराहना की जाएगी, जबकि जो लोग अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे हैं, उन्हें बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।एक अन्य सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि समाज में गैंगस्टर समेत आपराधिक तत्वों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी लोग आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाए जाएंगे, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने नशे के सौदागरों को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि राज्य में युवाओं के भविष्य के साथ किसी को भी खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। श्री कपूर ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों को पकड़ने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियानों को और तेज किया जाएगा। इसके अलावा, हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को और सुदृढ़ किया जाएगा। इस अवसर पर, उन्होंने राज्य के लोगों से आगे आकर असामाजिक तत्वों के बारे में जानकारी पुलिस के साथ साझा करने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा इससे पुलिस को ऐसे तत्वों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने में मदद मिलती है ।