अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:जेसी बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के शोधकर्ताओं ने विभिन्न ऑनलाइन सोशल नेटवर्कों में डेटा के प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने के लिए एक प्रणाली विकसित किया है। इस अभिनव प्रणाली के शोध को मान्यता प्रदान करते हुए भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय ने ‘एकीकृत उपयोगकर्ता-आधारित क्वेरी प्रोसेसिंग सिस्टम एंड सोशल नेटवर्क एग्रीगेटर के लिए विधि’ शीर्षक से पेटेंट प्रदान किया है। पेटेंट संयुक्त रूप से डॉ. अनुराधा पिल्लई और डॉ. चारु विरमानी को प्रदान किया गया है।
कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने शोधकर्ताओं को बधाई देते हुए उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि प्रसन्नता व्यक्त की। प्रो. तोमर ने अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का मुख्य फोकस व्यावहारिक अनुसंधान पर है।
अनुसंधान के महत्व पर विस्तार से बताते हुए डॉ. अनुराधा पिल्लई ने सूचना और संचार के महत्वपूर्ण स्रोतों के रूप में ऑनलाइन सोशल नेटवर्क (ओएसएन) के व्यापक प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इन नेटवर्कों ने न केवल व्यक्तियों को बल्कि व्यवसाय, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और राजनीति सहित विभिन्न क्षेत्रों के संगठनों को भी प्रभावित किया है। चूँकि अब लगभग हर व्यक्ति विभिन्न सोशल मीडिया साइटों जैसे कि गूगल, फेसबुक इंस्टाग्राम इत्यादि पर अकाउंट रखता है, इन विविध अकाउंट को प्रबंधित करना अधिक जटिल हो गया है, जिसके लिए एक ऐसा प्लेटफार्म चाहिए जिससे सभी प्रकार की सामग्री को पोस्ट करना आसान हो सके। इसके अलावा,एक साथ कई सोशल मीडिया साइटों को प्रबंधित करना महत्वपूर्ण चुनौतियाँ पैदा करता है, खासकर बड़े संगठनों के लिए।सोशल नेटवर्क एग्रीगेटर (एसएनए) का विकास एक आशाजनक समाधान हो सकता है जो एक एकीकृत प्लेटफार्म प्रदान करें जहां उपयोगकर्ता विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइटों पर अपने खातों को कुशलतापूर्वक प्रबंधित कर सकते हैं। यह एकीकृत दृष्टिकोण न केवल समय और लागत बचाता है बल्कि ग्लोबल प्लेटफार्म पर कई सोशल नेटवर्क के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण भी सुनिश्चित करता है।उपयोगकर्ता के लिए अनुकूलित खोज को सक्षम करने और प्रासंगिक परिणाम प्रदान करने वाली प्रणाली की तत्काल आवश्यकता तेजी बढ़ रही है। परिणाम स्वरूप सोशल नेटवर्क एग्रीगेटर के लिए एकीकृत उपयोगकर्ता-आधारित क्वेरी सिस्टम विभिन्न सोशल प्लेटफार्मों पर डिजिटल प्रबंधन और उपयोगकर्ता जुड़ाव की उभरती मांगों को पूरा करने में सक्षम है। यह एकत्रित सोशल नेटवर्क से जानकारी को संसाधित करने और प्रासंगिक परिणाम निकालने के लिए प्राकृतिक भाषा तकनीकों का लाभ उठाता है।
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