अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: कोविड-19 संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की अब जिला गुरुग्राम में आसानी से पहचान हो सकेगी। इसके लिए जिला में स्वास्थ्य विभाग को 2000 रैपिड टेस्टिंग किट उपलब्ध करवाई गई है। आज इन टेस्टिंग किट के माध्यम से जिला के सोहना उपमंडल से शुरू किया गया,जहाँ सोहना और आसपास के गांवों में 50 कोरोना संदिग्ध मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई।इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि जिला में कोरोना संदिग्ध मरीजों की पहचान के लिए आज से इन किटो का प्रयोग करना शुरू हो चुका है।
उन्होंने बताया कि जहां करोना संदिग्ध मरीज की पुष्टि होने में 3 दिन का समय लगता था, वही इन किटों के माध्यम से मात्र आधे घंटे में कोरोना संदिग्ध मरीज की पहचान हो जाती है। उन्होंने बताया कि इन किटों का सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि इसे इस्तेमाल करना बेहद आसान है। इनके माध्यम से जांच करने के लिए किसी विशेषज्ञ की आवश्यकता नहीं होती बल्कि इसे एएनएम या लैब टेक्नीशियन भी आसानी से उपयोग कर सकते है। उन्होंने बताया कि इन किटों के बारे में जिला की सभी एएनएम को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यदि कोरोना संक्रमित मरीज की पहचान जल्दी हो जाएगी तो उसका समय रहते जल्दी ही एक अन्य टेस्ट से उसकी पुष्टि करके इलाज शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को सर्दी ,खांसी, जुकाम या बुखार, गले में दर्द या सांस लेने में तकलीफ आदि के लक्षण हैं, जो आगे चलकर कोरोना पॉजिटिव हो सकता है, उन सभी की जांच इन किटो के माध्यम से की जाएगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल इन किटों को रेड जोन में सप्लाई किया गया है। फिलहाल जिला को 2000 टेस्टिंग किट मिली हैं और जरूरत अनुरूप जिला में आगे भी इन किटों की सप्लाई होती रहेगी।