अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: प्रदेश भर के पैट्रोल पंप संचालक डिजीटल माध्यम से लेन देन करते हुए सतर्क हो जाएं क्योंकि उनकी जरा सी लापरवाही उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है। हरियाणा पुलिस द्वारा प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप संचालकों को सचेत रहने के लिए कहा गया है कि वे किसी भी व्यक्ति से डिजीटल माध्यम से लेन -देन करते समय सावधान रहें क्योंकि वह व्यक्ति साइबर अपराधी भी हो सकता है।यह जानकारी आज पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने दी। कपूर ने बताया कि हरियाणा पुलिस के संज्ञान में आया है कि साइबर अपराधी डिजिटल माध्यम से साइबर धोखाधड़ी करके बैंक खातों में राशि ट्रांसफर करते हैं और किसी भी पेट्रोल पंप पर जाकर पेट्रोल पंप संचालकों से सांठ गांठ करके नकदी निकलवा लेते हैं जोकि गलत है। ऐसे में सभी पैट्रोल पंप संचालकों को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि उनकी जरा सी लापरवाही उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है।
इसका हाल ही में एक मामला सामने आया है। मामले के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 30 दिसंबर शनिवार की दोपहर को हरियाणा पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि एक महिला के बैंक खाते से ₹50000 की राशि का साइबर फ्रॉड हुआ है।शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि साइबर अपराधी द्वारा खुद को फोन पर इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रतिनिधि बताया गया और कहा गया कि आपकी पॉलिसी मैच्योर हो गई है और आप इसका लाभ लेते हुए ऑनलाइन माध्यम से अपने बैंक खाते में राशि को ट्रांसफर करवा लीजिए। इसके बाद जब महिला ने इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रतिनिधि के बताए अनुसार प्रक्रिया पूरी की तो उसके बैंक खाते में पैसा डालने की बजाय निकलना शुरू हो गया, इसके बाद शिकायतकर्ता को महसूस हुआ कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो गई है। शिकायतकर्ता ने तुरंत इसकी जानकारी साइबर हेल्पलाइन नंबर पर देते हुए शिकायत दर्ज करवाई । इस दौरान पता लगा कि यह मामला जिला नूंह का है । इसके बाद जिला नूह पुलिस तथा साइबर थाना पंचकूला द्वारा अपराधियों की धरपकड़ के लिए संयुक्त रूप से 2 टीम बनाई गई। इसके लिए एसपी साइबर अमित दहिया के मार्गदर्शन में एक टीम साइबर थाना पंचकूला से भेजी गई। पाया गया कि साइबर अपराधियों ने नूह जिला के पेट्रोल पंप पर जाकर राशि को नकदी में निकलवा लिया है। हरियाणा पुलिस की टीम ने इस मामले में शामिल तीनो आरोपियों को पकड़ लिया है जिन्हें कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे नकदी निकलवाने के लिए पेट्रोल पंप संचालकों से तीन से पांच प्रतिशत तक चार्ज करते थे। आरोपियों के पास से डिजिटल एविडेंस बरामद किए जा चुके हैं। कपूर ने बताया कि आजकल साइबर अपराधी फ्रॉड करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। साइबर अपराधी ऑनलाइन कोरियर सर्विस का बहाना लगाकर लोगों को साइबर फ्रॉड का शिकार बनाते हैं , ऐसे में लोगों को सतर्क रहना चाहिए और बिना जांच पड़ताल किए किसी प्रकार की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन अथवा संदिग्ध लिंक को ओपन नहीं करना चाहिए । इसी प्रकार, साइबर अपराधियों द्वारा टास्क बेस्ड फ्रॉड भी इन दिनों किया जा रहा है। इस फ्रॉड में साइबर अपराधियों द्वारा पैसे कमाने का प्रलोभन देते हुए व्यक्ति को टास्क दिए जाते हैं और व्यक्ति इन टास्क को पूरा करते हुए साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाता है। साइबर अपराधी सेक्सटॉर्शन के माध्यम से भी लोगों को ब्लैकमेल कर रहे हैं ऐसे में लोगों को सतर्क रहना चाहिए। एक अन्य तरीका गूगल बेस्ड सर्च को लेकर भी किया जा रहा है। कई बार लोग नई वेबसाइटों पर जाकर अपने बैंक खाता संबंधी निजी जानकारी सांझा कर देते हैं और साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं। इसी प्रकार, ऑनलाइन शराब की खरीदारी को लेकर भी फ्लैश होने वाली गूगल ऐड के माध्यम से भी साइबर फ्रॉड किया जा रहा है। श्री कपूर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे सतर्क रहें और किसी से भी बैंक खाता संबंधी जानकारी सांझा ना करें।
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