अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोनीपत के खरखौदा में स्थित इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मारुति-सुजुकी के तीसरे प्लांट की आधारशिला रखी। इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मौजूद रहे। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ये विस्तार सुजुकी के लिए भविष्य की अपार संभावनाओं का आधार बनेगा। उन्होंने कहा कि मारुति-सुज़ुकी की सफलता भारत-जापान की मजबूत पार्टनरशिप का भी प्रतीक है। बीते 8 वर्षों में दोनों देशों के बीच रिश्ते नई ऊंचाइयों तक गए हैं। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सबसे पहले परियोजना के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया और कहा कि व्यस्तताओं के बीच उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए समय निकाला।
वहीं मुख्यमंत्री ने मारुति सुजुकी द्वारा हरियाणा में तीसरा प्लांट स्थापित करने के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि यह एक ऐसा कदम है, जिसके माध्यम से 21वीं सदी का भारत ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ के सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। साथ ही हरियाणा की खुशहाली में यह नींव का पत्थर होगा। इस परियोजना से हरियाणा में औद्योगिक क्रांति के अगले दौर का शुभारम्भ होगा। इस प्लांट से करीब 11 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मारुति सुजुकी कंपनी को हरियाणा में 4 दशक पूरे हो गए हैं। आज ऑटोमोबाइल क्षेत्र में हरियाणा की जो विशेष पहचान है, उसे बनाने में इसने उल्लेखनीय योगदान किया है। उन्होंने कहा कि भारत में जापान की 1450 कंपनियों में से 28 फीसदी का निवेश हरियाणा में है। हम B2B, G2G नहीं बल्कि H2H यानी हार्ट टू हार्ट के रिश्ते में विश्वास करते हैं।
मनोहर लाल ने इस अवसर पर केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा को दी गई बड़ी परियोजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि केंद्र ने बहुत से प्रोजेक्ट्स हरियाणा को दिए हैं, इनमें वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर, रेल कोच रिपेयर फैक्ट्री, कुण्डली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे, कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस-वे, बल्लभगढ़-मुजेसर, मुंडका बहादुरगढ़, गुरुग्राम-सिकंदरपुर, फरीदाबाद-बल्लभगढ़ मेट्रो लिंक, रोहतक में देश का पहला एलिवेटेड रेलवे ट्रैक, रोहतक-महम-हांसी रेलवे लाइन और झज्जर स्थित एम्स के परिसर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान जैसी परियोजनाएं शामिल हैं। इसी प्रकार, ‘हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर’ के रूप में भी केंद्र सरकार ने प्रदेश के लिए एक बड़े प्रोजेक्ट की मंजूरी दी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी इसी तरह केंद्र सरकार का सहयोग हरियाणा को मिलता रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ समय में हरियाणा न केवल निवेशकों के लिए पसंदीदा गंतव्य स्थल के रूप में उभरा है बल्कि राज्य के प्रति निवेशकों का विश्वास लगातार मजबूत हुआ है। कोविड महामारी के बावजूद अनेक बड़ी कंपनियों ने हरियाणा में निवेश किया और अब मारुति सुजुकी ने अपना प्लांट लगाया है।
मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि हरियाणा वर्ष 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के विजन को आगे बढ़ाए। इसके लिए सक्षम नीतियों, गुणवत्तापरक बुनियादी ढांचे की उपलब्धता, कारोबारी सुगमता, उद्योग–अनुकूल परिवेश और प्रोत्साहन संरचना पर बल दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने उद्योग एवं व्यापार के अनुकूल परिवेश तैयार करने के लिए अनेक कारगर कदम उठाये हैं। उद्योगपतियों, व्यापारियों और निवेशकों को वित्तीय प्रोत्साहनों के साथ-साथ समय पर सरकारी सेवाएं प्रदान करना भी सुनिश्चित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हरियाणा में 40000 करोड़ का निवेश आया है। हम लगातार एक्सपोर्ट को बढ़ा रहे हैं। आने वाले वक्त में एक्सपोर्ट दोगुना करना प्रदेश सरकार का लक्ष्य है। इस अवसर पर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि खरखौदा में इन दोनों प्लांट के स्थापित होने से क्षेत्र गुरुग्राम की तर्ज पर विकसित होगा और खरखौदा में बड़ी संख्या में सहायक कंपनियां भी अपना उद्योग स्थापित करेंगी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार आईएमटी खरखौदा के विकास के लिए करीब 900 करोड़ रुपए का बजट बुनियादी सुविधाओं पर खर्च करेगी ताकि क्षेत्र में औद्योगिक विकास तेजी से हो। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था तेज गति से विकास कर रही है। पिछले 10 वर्षों में इसकी विकास दर 10 प्रतिशत रही है। उल्लेखनीय है कि हरियाणा देश का एक प्रमुख ऑटोमोबाइल विनिर्माण हब बन चुका है। इस समय भारत में बनने वाली कारों का लगभग 50 प्रतिशत उत्पादन हरियाणा में किया जाता है। इसी कड़ी में अब खरखौदा में क्रमश: 800 एकड़ और 100 एकड़ भूमि पर मारुति के नए प्लांट स्थापित होंगे। मारुति सुजुकी की इस परियोजना पर 18000 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत आने का अनुमान है। इससे 11000 कुशल, अकुशल और अर्ध-कुशल व्यक्तियों के लिए रोजगार पैदा होगा। इस संयंत्र का पहला चरण 2025 तक 2.5 लाख यूनिट प्रति वर्ष की विनिर्माण क्षमता के साथ चालू किया जाएगा। इस अवसर पर गृहमंत्री अनिल विज, कैबिनेट मंत्री श्री जेपी दलाल, कमल गुप्ता, राज्य मंत्री अनूप धानक, ओमप्रकाश यादव, स्थानीय सांसद रमेश चंद्र कौशिक, करनाल से सांसद संजय भाटिया, सांसद धर्मबीर सिंह, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह समेत मारुति सुजुकी के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य मौजूद रहे।
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