नई दिल्ली/अजीत सिन्हा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जन्मजयंती के अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं एवं पार्टी पदाधिकारियों से बात की। इस अवसर पर पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े तो सभी प्रदेश कार्यालय और पार्टी पदाधिकारी भी इस कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री,मंत्री,पार्टी के
सांसद, विधायक भी इस कार्यक्रम से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के साथ पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी, केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत जी, केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल जी,धर्मेन्द्र प्रधान जी, श्रीमती स्मृति ईरानी जी,प्रकाश जावड़ेकर जी,पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं केन्द्रीय कार्यालय मंत्री अरुण सिंह सहित कई केन्द्रीय मंत्री, वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश भर में फैले भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं को दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर मैं अनेक-अनेक शुभ कामनाएं देता हूँ। आप सभी सामान्य जन की सुरक्षा और सेवा के लिए समर्पित भाव से निरंतर काम कर रहे हैं। कोरोना की चुनौतियों के बीच भी भाजपा कार्य कर्ताओं ने अपनी इस सेवा साधना को बिना रुके, बिना थके, जारी रखा है। जरूरतमंदों की मदद करने के दौरान पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को अपना जीवन भी खोना पड़ा है। मैं आज उन सभी दिवंगत कार्यकर्ताओं को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि देता हूँ। पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को उनके सेवा भाव के लिए, उनके अथक परिश्रम के लिए मैं आदरपूर्वक नमन करता हूँ। उनकी प्रेरणा युक्त सेवा-साधना की परंपरा हमारे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा बनी रहेगी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को आधुनिक भारत का महान मनीषी बताते हुए मोदी ने कहा कि एक राष्ट्र और समाज के रूप में भारत को बेहतर बनाने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने जो योगदान दिया है, वह पीढ़ियों को प्रेरित करने वाला है।
ये दीनदयाल जी ही थे जिन्होंने भारत की राष्ट्र नीति, अर्थनीति समाज नीति और राजनीति, इन चारों को भारत के अथाह सामर्थ्य के हिसाब से तय करने की बात मुखरता से कही थी और लिखी भी थी। 21वीं सदी के भारत को विश्व पटल पर नई ऊंचाई देने और 130 करोड़ से अधिक भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए आज जो कुछ भी हो रहा है, उसमें पंडित दीनदयाल जी जैसे महान व्यक्तित्वों का बहुत बड़ा आशीर्वाद है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से ही देश के ईमानदार करदाताओं के हितों को सुरक्षा देने वाला फेसलेस अपील का प्रावधान भारत की टैक्स व्यवस्था से जुड़ने वाला है। ईमानदार करदाताओं को परेशानी न हो, इसके लिए फेसलेस टैक्स सिस्टम कुछ महीने पहले ही टैक्स रिजीम का हिस्सा हो चुका है। आज जब देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक-एक देशवासी अथक परिश्रम कर रहा है, तब गरीबों, दलितों, वंचितों, युवाओं, महिलाओं, किसानों, आदिवासी,मज़दूरों को उनका हक देने का बहुत ऐतिहासिक काम हुआ है। मोदी ने कहा कि पंडित दीनदयाल जी कहते थे कि बड़ी-बड़ी घोषणाओं के बावजूद जनता की अपेक्षाएं पूरी नहीं हो रही हैं। अव्यवस्था और अनाचार, अभाव और असमानताएं, असुरक्षा और असमाजिकता बढ़ती जा रही है।
किसानों को ऐसे कानूनों में उलझाकर रखा गया, जिसके कारण वो अपनी ही उपज को, अपने मन मुताबिक बेच भी नहीं सकता था। नतीजा ये हुआ कि उपज बढ़ने के बावजूद किसानों की आमदनी उतनी नहीं बढ़ी। हां, उन पर कर्ज जरूर बढ़ता गया। किसान और श्रमिक के नाम पर देश में और राज्यों में अनेकों बार सरकारें बनीं लेकिन किसानों का सशक्तिकरण नहीं हुआ। उन्हें सिर्फ वादों और कानूनों का एक ऐसा उलझा हुआ जाल मिले जिसे न किसान समझ पाते थे और न ही श्रमिक। भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने निरंतर इस स्थिति को बदलने का काम किया है। पहले लागत का डेढ़ गुणा MSP तय किया, उसमें रिकॉर्ड बढोतरी की और फसल की रिकॉर्ड सरकारी खरीद भी सुनिश्चित की। अब किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ पशु पालकों और मछली पालन से जुड़े लोगों को भी दिया जा रहा है।पहले सिर्फ उसी किसान को KCC का लाभ मिलता था जिसके पास 2 हेक्टेयर जमीन हो। हमारी सरकार इसके दायरे में देश के हर किसान को ले आई। बीते सालों में ये निरंतर प्रयास किया गया है कि किसान को बैंकों से सीधे जोड़ा जाए। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसानों के बैंक खातों में कुल एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा ट्रांसफर किए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज़ादी के अनेक दशकों तक किसान और श्रमिक के नाम पर खूब नारे लगे, बड़े-बड़े घोषणापत्र लिखे गए लेकिन समय की कसौटी ने सिद्ध कर दिया है कि वे सारी बातें कितनी खोखली थी। किसानों से हमेशा झूठ बोलने वाले कुछ लोग इन दिनों अपने राजनीतिक स्वार्थ की वजह से अफवाहें फैला कर किसानों को भ्रमित करने में लगे हैं। हमारी सरकार ने जो काम किया है, उसे पार्टी के हर कार्यकर्ता को इन कानूनों की भावना को सरल भाषा में किसानों के बीच ले जाना है।