अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश सरकार के सबसे महत्वाकांक्षी योजना नोएडा इंटरनेशनल जेवर हवाई अड्डे का इसका भूमि पूजन 25 नवंबर के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते है। इसके साथ ही एक विशाल जनसभा आयोजित करने की तैयारी भी की जा रही है, जिसमें डेढ़ लाख लोगों के जुटने का प्रयास किया जा रहा है. जेवर के विधायक एवं भाजपा नेता धीरेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी दी। उन्होने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भूमि पूजन समारोह में शामिल होंगे। विधानसभा चुनाव से पहले होने जा रहे इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अधिकारी जुटे हैं।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है लिहाजा सरकार भूमि पूजन करके जेवर एयरपोर्ट की चमकदार तस्वीर दिखाना चाहती है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 2024 तक शुरू होना है लिहाजा इस महीने के अंतिम सप्ताह में भूमि पूजन के लिए स्थानीय विधायक धीरेंद्र सिंह से लेकर प्रशासनिक अमला दौरे कर रहा है।सोमवार को भी पुलिस, प्रशासन, प्राधिकरण और एयरपोर्ट निर्माता कंपनी के अधिकारियों के साथ जेवर विधायक ने एयरपोर्ट के प्रथम फेज के लिए अधिगृहीत 1351 हेक्टेयर जमीन का स्थलीय निरीक्षण किया। अधिकारियों ने इस दौरान शिलान्यास स्थल एवं पीएम नरेंद्र मोदी एवं सीएम योगी आदित्यनाथ की होने वाली सभास्थल के चलन के लिए लिए तीन घंटे चर्चा की। अधिकारियों ने पूरे साइट मैप पर काम करने के बाद अधिकारियों को पूरे कार्यक्रम स्थल का नक्शा तैयार कराने और आयोजक एजेंसी के चुनाव के बाद उससे भी विचार विमर्श के बाद सभी चीजों को फाइनल करने के लिए कहा है।जेवर बुलंदशहर रोड के नजदीक रन्हेरा पुलिस चौकी के नजदीक, रोही व बनबारीवास गांव में दो जगह समेत चार स्थानों का शिलान्यास के लिए निरीक्षण किया गया। रन्हेरा में जमीन पर झाड़ियां अधिक होने के कारण इसे रद्द कर दिया गया। रोही व बनबारीवास गांव में एक-एक जगह को चुना गया है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए चार जगह चिन्हित किया है और इनमें से दो स्थानों – आरोही व रनहेरा – गांव के पास की है जिसे अधिकारियों ने उपयुक्त माना है। यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि मंगलवार को तय किया जाएगा कि भूमि पूजन का कार्यक्रम कहां पर कराना उचित होगा। नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के शिलान्यास स्थल का चयन एयरपोर्ट निर्माता कंपनी ने पहले से ही कर रखा है। जिससे पीएम के हाथों से लगी शिला को एयरपोर्ट निर्माण के दौरान कोई नुकसान नहीं पहुंचे। वहीं, एयरपोर्ट के शिलान्यास स्थल से सभास्थल करीब डेढ़ किमी के दायरे में होगा। प्रधानमंत्री के आगमन के लिए प्रोटोकॉल के तहत दो हेलीकाप्टर उतरेंगे। वहीं एक हेलीकाप्टर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उतरेगा। प्रशासन तीनों हैलीपैड शिलान्यास स्थल के पास बनाने पर विचार कर रहा है। शिलान्यास के बाद कार से सभास्थल तक का रूट तैयार किया जा सकता है।हैलीपैड से सीधे शिलान्यास स्थल पर प्रधानमंत्री मोदी एंव सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा केंद्र व प्रदेश के कुछ मंत्री और आला अधिकारियों को ही जाने की अनुमति होगी। बाकी लोगों को एयरपोर्ट का शिलान्यास देखने के लिए सभा स्थल पर एलईडी की बड़ी स्क्रीन लगाई जाएगी। जिससे सभा में पहुंचे नेता और लोग सीधा प्रसारण देख सकें। शिलान्यास कार्यक्रम स्थल पर विधि विधान से पूजा पाठ एंव अन्य औपचारिकताओं को देखते हुए कम लोगों को ही जाने की अनुमति दी जाएगी।