अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली के थाना पांडव नगर व स्पेशल स्टाफ, ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की संयुक्त टीम ने आज एक कंपनी के दो कर्मचारियों को अपने कंपनी के साथ सोची समझी साजिश के विश्वासघात करने के जुर्म में गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों कर्मचारियों के पास से पुलिस ने 3 करोड़ 60 लाख 55 हजार रुपए नगद ,एक सोने की चैन , एक एप्पल के आई फोन व एलईडी टेलीविजन बरामद किए हैं। पुलिस की माने तो दोनों आरोपियों के खिलाफ पांडव नगर थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हैं।
पुलिस के मुताबिक बीते 11 नवंबर, 2019 को मेसर्स लॉजिकेश सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नोएडा के कर्मचारी धर्मेश निवासी कैथवाड़ा, उस्मानपुर, दिल्ली को कंपनी ने एचडीएफसी बैंक, मयूर विहार, फेज-1,दिल्ली के साथ विभिन्न खातों में 4,04,84,084 रुपये की नकदी जमा करने के लिए प्रतिनियुक्त किया था। कंपनी ने चालक जसपाल सिंह और गनमैन विनोद सिंह के साथ कैश वैन में धर्मेश को संरक्षक के रूप में भेजा। उपरोक्त कंपनी अपने ग्राहकों को डोर स्टेप बैंकिंग की सेवाएं प्रदान करती है। आरोपी धर्मेश ने कैश वैन में उपरोक्त राशि वाला कैशबॉक्स लोड किया। इसके बाद वह अपनी स्कूटी से एचडीएफसी बैंक पहुंचा। कैश वैन के कर्मचारियों ने कैश लोहे का बक्सा गिरा कर एचडीएफसी बैंक के सामने सड़क पर धर्मेश को सौंप दिया। इसके बाद कैश वैन अपनी आगे की ड्यूटी के लिए रवाना हो गई। आरोपी धर्मेश एचडीएफसी बैंक में जमा करने के बजाय पूरी नकदी लेकर भाग गया। इस पर उक्त कंपनी ने दिल्ली के थाना पांडव नगर में शिकायत दी। उस शिकायत पर तुरंत एक मामला भारतीय दंड सहिंता की धारा 408 आईपीसी के तहत दर्ज कर जांच शुरू कर दी । उनका कहना हैं कि मामले की जांच के बाद तत्काल थाना पांडव नगर के एसएचओ रतनपाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की और उस टीम को एसपी डी.के तेजवान, एएसपी रणधीर सिंह, एसआई नीरज कुमार, एसआई राहुल सिंह, एचसी सुनीत कुमार, एचसी अमित कुमार व अन्य स्टाफ की टीम एसीपी/मयूर विहार डॉ सचिन कुमार सिंघल की सघन निगरानी में पहुंची। गठित. इंस्पायर्ड स्पेशल स्टाफ सतेंद्र खरी के नेतृत्व में ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ की एक अन्य टीम को आरोपी धर्मेश के बारे में ग्राउंड इंटेलिजेंस विकसित करने का जिम्मा सौंपा गया था ।
सीसीटीवी कैमरे के विश्लेषण पर टीम ने आरोपी धर्मेश द्वारा अपनी निजी स्कूटी पर मयूर विहार फेज-1, दिल्ली से 3 पुस्ता, कैथवाड़ा, उस्मानपुर, दिल्ली के पास कैशबॉक्स लेने के लिए अपनाए गए मार्ग की सफलतापूर्वक पहचान की। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार आरोपी धर्मेश अपने सहयोगी के साथ अपनी निजी स्कूटी पर बैंक के सामने पहुंचा और उसका सहयोगी कुछ दूरी पर खड़ा हो गया। तभी कैश वैन से कैश बॉक्स गिरा। कैश वैन बैंक के सामने सड़क पर धर्मेश को कैश बॉक्स सौंपने के बाद रवाना हुई। इसके बाद धर्मेश और उसका सहयोगी दोनों ही पल भर का इंतजार करते हैं और फिर वे स्कूटी पर कैश बॉक्स लेकर भाग गए। धर्मेश कुमार को स्कूटी चलाते हुए देखा गया और उसका सहयोगी पिलियन सवार के रूप में बैठा था जबकि कैश बॉक्स बीच में रखा हुआ था। कैश बॉक्स के साथ दोनों समता रोड,उस्मानपुर के कैथवाड़ा के पास पहुंचे। धर्मेश के सहयोगी की पहचान अजय निवासी कैथवाड़ा ,उस्मानपुर,दिल्ली के रूप में हुई। दोनों अपने घरों से फरार पाए गए। एएसपी स्पेशल स्टाफ सतेंद्र खरी के नेतृत्व में ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ की टीम ने लोकल इंटेलीजेंस और टेक्निकल सर्विलांस के जरिए आरोपियों के छिपने की जगह की पहचान करने में मदद की। तुरंत पुलिस टीम उत्तर प्रदेश के कुरावली, मैनपुरी जिले के लिए रवाना हुई और वहां से लोकल इंटेलीजेंस विकसित की। दोनों आरोपी कुरावली स्थित अपने किराए के कमरे से पकड़े गए, जहां वारदात के बाद वे छुप गए। कमरे की तलाशी लेने पर 5.55 लाख रुपये की नकद राशि, ब्रांड न्यू एलईडी, गोल्डन चेन, गोल्डन रिंग और एक आई-फोन बरामद किया गया। इसके अलावा लोनी (यूपी) के गांव मिलिकपुर गुजरान में उनके किराए के कमरे से 3.55 करोड़ रुपये की नकद राशि भी बरामद की।