अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: पुलिस परिवार वेलफेयर सोसायटी के मुख्य संरक्षक व पुलिस कमिश्नर एस.एन.श्रीवास्तव ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी पुलिस पुरुषों और महिलाओं, विशेष रूप से गंभीर चोटों वाले लोगों से असाधारण आउटरीच कार्यक्रम में संपर्क किया जाना चाहिए ।मुख्य संरक्षक ने इच्छा जताई कि एक इकाई के रूप में दिल्ली पुलिस परिवार को चरम परीक्षण के समय की इस घड़ी में एकजुट और एक साथ खड़ा होना चाहिए । उनमें से प्रत्येक के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करने के अलावा परिवार के सदस्यों को यह सूचित किया जाना चाहिए कि दिल्ली पुलिस की कल्याण इकाई और पीएफडब्ल्यूएस के समन्वय में उसके अधिकारी प्रत्येक के लिए सभी प्रकार की सहायता सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे आसानी से उपलब्ध रहेंगे ।
गणतंत्र दिवस की व्यवस्थाओं और किसान संगठनों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के दौरान विरोध दलों के उपद्रवी सदस्य बड़ी संख्या में हिंसा में लिप्त रहे और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया ।दिल्ली भर में विभिन्न स्थानों पर तैनात दिल्ली पुलिस के जवानों को कानून व्यवस्था के गंभीर और चुनौतीपूर्ण मुद्दे का सामना करना पड़ा। पुलिस का मुख्य फोकस न्यूनतम बल प्रयोग के साथ आंदोलनकारियों को नियंत्रित करना रहा। पुलिस के संयमित व्यवहार के चलते आंदोलनकारियों के साथ लगी बड़ी संख्या में पुलिस पुरुष और महिलाओं को वरिष्ठ अधिकारियों सहित गंभीर और गंभीर चोटें आईं ।
पीएफडब्ल्यूएस की अध्यक्ष श्रीमती प्रतिमा श्रीवास्तव ने इंएसपी के घर का दौरा किया। बलजीत सिंह, एसएचओ मोहन गार्डन दिनांक 28 जनवरी -2021 को टिकरी बार्डर पर हिंसक प्रदर्शन के दौरान दोनों हाथ फ्रैक्चर हो गए थे। राष्ट्रपति/पीएफडब्ल्यूएस ने भी परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और सभी प्रकार की सहायता और आवश्यकताएं प्रदान करने का आश्वासन दिया । उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए उन्होंने परिवार के साथ पूरे पीएफडब्ल्यूएस की एकजुटता व्यक्त की ।