अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: क्राइम ब्रांच, साइबर सेल ने आज एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया हैं जो देश के कई युवाओं को बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे अब तक लगभग एक करोड़ 80 लाख रूपए की ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने देश के अलग -अलग हिस्सों से इस गिरोह के 6 सदस्यों को अरेस्ट किया हैं। इन ठगों से पुलिस ने दो लैपटॉप , 8 मोबाइल फोन व 33000 रूपए नगद बरामद किए हैं। ये खुलासा डीसीपी क्राइम जयवीर राठी ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में किए हैं।
डीसीपी क्राइम जयवीर राठी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि एक शिकायत बीते 13 सितंबर -2021 को धीरज , निवासी सेक्टर -18, फरीदाबाद ने थाना क्राइम ब्रांच , साइबर सेल को दी थी, जिसमें बताया गया था कि 135997/- रूपए की ठगी टाटा पावर कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर उसके साथ की गई हैं। ये रकम ऑनलाइन इंटरव्यू लेने के बाद, विभिन्न चार्जों के नाम पर ली गई हैं। उनका कहना हैं कि इस मामले में एक एफआईआर दर्ज की गई थी, और आरोपितों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए साइबर सेल थाना प्रभारी बसंत के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई , जांच के दौरान टीम को जैसे -जैसे आरोपितों की पहचान और लोकेशन मिलती चली गई , उनकी टीम आरोपितों को पकड़ती चली गई। उनका कहना हैं कि इस गिरोह के कुल 6 लोगों को देश के अलग -अलग शहरों से अरेस्ट किए गए हैं , इनमें त्रिदीव पश्चिम बंगाल के काटवा का रहने वाला है जिसको दिल्ली से, दीवाकर देश नेपाल के धनुष के जनकपुर धाम को दिल्ली के बिजवासन से, निखिल उत्तर प्रदेश के बागपत का रहने वाला है,जिसे उसके गांव से, अभिषेक को उसके घर उत्तर प्रदेश के जिले संभल के गांव सराय तरीन मंगलपुरा से, वेदप्रकाश निवासी गांव अजरा जिले संभल उत्तर प्रदेश से व अखिलेश निवासी गांव केलीपत्रासी जिला संभल उत्तर प्रदेश से अरेस्ट किया गया है।उनका कहना हैं कि इनमें से आरोपितों को पहले ही जेल भेजा जा चुका हैं।