अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में मणिपुर के प्रति निष्ठुर व्यवहार दिखाया है। यह बात कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई व प्रणीति शिंदे ने पत्रकारों से बातचीत में कही। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि सदन के अंदर कल एक दुखद नजारा देखने को मिला। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने इस बात को उठाया था कि मणिपुर के दोनों सांसदों को अपनी बात सदन में रखनी चाहिए। राहुल गांधी जानते थे कि अगर दोनों सांसदों को अपनी बात रखने का एक समान मौका नहीं मिलेगा तो मणिपुर के लोगों तक सदन से एक गलत संदेश जाएगा।गोगोई ने कहा, कांग्रेस के इनर मणिपुर के सांसद ने सदन में अपनी बात रखी।
लेकिन पार्टी चाहती थी कि आउटर मणिपुर के सांसद भी अपनी बात रखें। लेकिन अफसोस कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर की व्यथा सुनना ही नहीं चाहते। कांग्रेस की मांग थी कि प्रधानमंत्री मोदी हमारे मणिपुर के दूसरे सांसद को भी अपनी बात रखने का मौका दें, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला।उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने दो घंटे भाषण दिया, वही पुरानी घिसी-पिटी बातें करते रहे, लेकिन मणिपुर पर कुछ नहीं बोला। इसीलिए इंडिया गठबंधन ने एकजुट होकर मणिपुर के लिए न्याय की आवाज उठाई।वहीं सांसद प्रणीति शिंदे ने कहा कि कल हमने मणिपुर के ज्वलंत मुद्दे के प्रति प्रधानमंत्री की असंवेदन शीलता और सहानुभूति की कमी का घोर प्रदर्शन देखा, जो लंबे समय से जारी है। कल विपक्ष के नेता राहुल गांधी संसद में मणिपुर पर बोलना चाहते थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया। यह अभूतपूर्व है, क्योंकि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि विपक्ष के नेता का माइक्रोफोन बंद कर दिया गया हो; यह इस देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है।इस दौरान गौरव गोगोई ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे पर अपनी शोक संवेदना जताते हुए कहा कि हाथरस में एक हादसे में सौ से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है। हम उन परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताते हैं और आशा करते हैं कि जो घायल हैं, वे जल्द से जल्द स्वस्थ हों। हम सभी इस दुख की घड़ी में यूपी और हाथरस के लोगों के साथ खड़े हैं।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments