अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज शुक्रवार को प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड (पीएमएनआरएफ) से राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा डोनेट किये जाने संबंधी खुलासे को लेकर कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर हमला करते हुए कुछ तीक्ष्ण सवाल पूछे। नड्डा ने तथ्यों के साथ सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए लिखा कि नियमों को ताक पर रखते हुए कांग्रेस की यूपीए सरकार में प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड (पीएमएनआरएफ) का पैसा राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) को डोनेट किया गया। उन्होंने कहा कि संकट में लोगों की मदद करने के लिए बने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से यूपीए के कार्यकाल में राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसे दान करवाए गए। उन्होंने कहा कि सोनिया गाँधी पीएमएनआरएफ के बोर्ड में भी थीं और राजीव गांधी फाउंडेशन की चेयरपर्सन भी थीं। यह कृत्य पूरी तरह से निंदनीय है। नैतिकता की अनदेखी
करते हुए यह सब किया गया और इसके लिए न तो जरूरी प्रक्रियाओं का पालन किया गया और न ही पारदर्शिता के बारे में सोचा गया। श्री नड्डा ने ट्वीट के साथ ही 2005-06 और 2007-08 में राजीव गाँधी फाउंडेशन को डोनेट करने वालों की लिस्ट भी शेयर की जिसमें प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ
फंड का भी नाम है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देश के लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में दान इसलिए दी थी ताकि जरूरत के वक्त मुश्किल में फंसे देश के नागरिकों की मदद की जा सके, लोगों के दर्द को कम किया जा सके लेकिन कांग्रेस ने इसका उपयोग अपने पारिवारिक
फाउंडेशन के लिए किया। कांग्रेस द्वारा जनता के पैसे को परिवार चलाने की बुनियाद में इस्तेमाल करने हेतु अपने फाउंडेशन में डायवर्ट करना न केवल एक संगीन अपराध है बल्कि देश की जनता से किया गया सरासर धोखा भी है। तथ्यों के आलोक पर कांग्रेस पार्टी पर बड़ा आरोप मढ़ते हुए नड्डा ने कहा कि पैसे के लिए एक परिवार की भूख ने देश को बर्बाद कर दिया। एक परिवार के लालच की वजह से देश को बड़ा नुकसान हुआ। अगर कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकारों ने अपनी ऊर्जा रचनात्मक एजेंडे में लगाई होती तो फिर बात ही क्या थी!
कांग्रेस के शाही राजवंश ने निजी लाभ के लिए अनियंत्रित लूट की। अपने फायदे के लिए की गई इस बेरोकटोक लूट के लिए कांग्रेस के शाही राजवंश को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष अर्थात् पीएमएनआरएफ पूरी तरह से जनता के पैसों से चलता है। इसका पैसा आपदा राहत से लेकर जरूरतमंदों और बीमारों की मदद में खर्च होता है। दूसरी तरफ राजीव गाँधी फाउंडेशन कांग्रेस के एक परिवार द्वारा शुरू किया गया फाउंडेशन है जिसकी चेयरपर्सन सोनिया गाँधी हैं। मनमोहन सिंह, राहुल गाँधी, पी चिदंबरम, प्रियंका वाड्रा आदि इसके सदस्य हैं। कल गुरुवार को देश में इंदिरा गाँधी द्वारा थोपे गए आपातकाल की 45वीं बरसी पर भी मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए श्री नड्डा ने कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला बोला था। मीडिया रिपोर्टों से यह बात सामने आई थी कि 2005-06 में राजीव गाँधी फाउंडेशन को चीन से तब 90 लाख रुपये मिले थे। इसके एवज में राजीव गाँधी फाउंडेशन ने चीन के साथ फ्री ट्रेड को बढ़ावा देने वाली स्टडीज करवाई थी।