अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस महासचिव और वायनाड उपचुनाव में यूडीएफ की संयुक्त उम्मीदवार प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा आदिवासियों के अधिकारों पर हमला कर रही है और उनकी जमीन छीनकर अपने बड़े व्यवसायी मित्रों को सौंप रही हैभाजपा की राजनीति विभाजन और नकारात्मकता पर आधारित है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविवार को वायनाड के सुल्तान बत्तेरी में विशाल सभा को संबोधित कर रहीं थीं। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत मलयालम भाषा में कुछ पंक्तियों से की, जिसे सुनकर लोग बहुत खुश हुए। इससे पहले उन्हें दिन-भर चुनाव प्रचार के दौरान जनता का जबरदस्त समर्थन मिला। विभिन्न स्थानों पर स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा ने वन अधिकारों को कमजोर किया है। भाजपा ऐसी नीतियां बना रही है, जिनसे आम लोगों का भला न होकर केवल कुछ बड़े व्यापारियों को फायदा हो रहा है,
यही वजह है कि पूरे देश में किसान परेशान हैं।प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी जी भारत के आदिवासी लोगों के प्रति गहरा सम्मान और लगाव रखती थीं। उन्होंने इंदिरा गांधी द्वारा आदिवासियों के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख किया। इसी कड़ी में उन्होंने आदिवासियों के लिए वन अधिकार अधिनियम,मनरेगा और शिक्षा के अधिकार जैसे यूपीए सरकार के महत्वपूर्ण कदमों पर भी प्रकाश डाला। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच स्थानीय मुद्दे उठाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि वायनाड के किसान कॉफी, चाय, केले, मसाले आदि फसलें उगाते हैं। वायनाड के मसाले सबसे अच्छी गुणवत्ता के होते हैं। उचित विपणन, भंडारण और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना कृषि क्षेत्र के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है और लोगों के लिए रोजगार पैदा कर सकती है। उन्होंने रात्रि-यातायात प्रतिबंध और पशु-मानव संघर्ष के मुद्दों को भी उठाया। उन्होंने कहा कि वह मनंथावडी में मेडिकल कॉलेज के लिए लड़ाई जारी रखेंगी। उन्होंने वायनाड के आदिवासी क्षेत्रों में उच्च शिक्षा संस्थान की आवश्यकता का भी उल्लेख किया। कांग्रेस के पक्ष में नारेबाजी के बीच जनता से अपने पक्ष में मतदान की अपील करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि वह वायनाड के लोगों के साथ मिलकर पर्यटन को विकसित करने और कृषि को मजबूत करने के लिए काम करना चाहती हैं, जिससे स्थानीय समस्याओं का समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि उनके भाई राहुल गांधी ने वायनाड की जनता के प्रति समर्पण और प्रतिबद्धता के कारण यहां के हालात को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। वायनाड के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण ने उन्हें आगे बढ़ाया। उन्हें भरोसा है कि मैं उसी समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ उनका काम जारी रखूंगी।
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