अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने आज गुरुवार सुबह पंजाबी बाग और मोती नगर के निर्माणाधीन फ्लाईओवर का निरीक्षण किया| यहाँ निर्माण कार्य में चल रही देरी पर उन्होंने अधिकारीयों को फटकार लगाई और अल्टीमेटम देते हुए कहा कि बचा हुआ जनवरी तक पूरा किया जाए वर्ना संबंधित अधिकारी अपने खिलाफ एक्शन के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि ये फ्लाईओवर रिंग रोड को जाम-मुक्त बनाने की दिशा में एक अहम प्रोजेक्ट है। ऐसे में इसके निर्माण में आगे कोई भी देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही उन्होंने अधिकारीयों को निर्देश दिए कि बचे हुए काम को तेजी के साथ पूरा किया जाये, यहाँ श्रमिकों और मशीनों की संख्या दोगुनी की जाए और दिन-रात काम किया जाए साथ ही उन्हें हर सप्ताह इसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट सौंपी जाए।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पीडब्ल्यूडी मंत्री से साझा किया करते हुए बताया कि मोती नगर फ्लाईओवर का ज्यादातर काम पूरा हो चुका है यहाँ केवल एक हिस्से में भारत दर्शन पार्क के नज़दीक मौजूद चौराहे के ऊपर 50 मीटर का स्टील गर्डर इंस्टॉल करना है। चौराहे पर भारी ट्रैफिक होने के कारण यहाँ काम में देरी हो रही है। साथ हूँ पंजाबी बाग फ्लाईओवर का भी अधिकतर काम हो चुका है और यहाँ गर्डर इनस्टॉल किए जा रहे है लेकिन यहाँ बिजली की एक लाइन के शिफ्टिंग के कारण काम की गति धीमी हुई है।निरीक्षण के दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि, अरविन्द केजरीवाल सरकार में इतने अहम् प्रोजेक्ट्स को लेकर देरी बर्दाश्त नहीं है। फ्लाईओवर का निर्माण तय समय से पीछे चल रहा है जिसके कारण हर दिन हज़ारों वाहनों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है और लोगों को परेशानी होती है। उन्होंने अधिकारीयों को निर्देश देते हुए कहा कि आगे फ्लाई ओवर निर्माण में कोई भी देरी ये कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसलिए नए निर्धारित टाइमलाइन पर काम पूरा करने के लिए हर जरूरी कदम उठाये जाये और समय रहते काम को पूरा किया जाये। जरूरत पड़े तो यहाँ श्रमिकों और मशीनों की संख्या दोगुनी की जाए,दिन रात काम किया जाये पर किसी भी हालत में जनवरी तक इस फ्लाईओवर को जनता को समर्पित किया जाए। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि, जनवरी तक यदि फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो अफ़सर अपने ख़िलाफ़ एक्शन के लिए तैयार रहे।उल्लेखनीय है कि पंजाबी बाग फ्लाईओवर और राजा गार्डन फ्लाईओवर के बीच का ये कॉरिडोर रिंग रोड का हिस्सा है और यहां ट्रैफिक का लोड काफी ज्यादा है क्योंकि यहां रोहतक रोड (एनएच -10) का उपयोग करके हरियाणा का ट्रैफिक आता है। साथ ही ये उत्तरी दिल्ली को दक्षिणी दिल्ली, गुडगाँव व एनसीआर के अन्य हिस्से से जोड़ने का भी काम करता है। यहां मौजूद वन- वे फ्लाईओवर और कम क्षमता वाले चौराहों वर्तमान के ट्रैफिक लोड के लिए पर्याप्त नहीं था जिससे यहां ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा होती थी। इस कोरिडोर के निर्माण से मौजूदा रोड का ट्रैफिक एलिवेटेड रोड पर शिफ्ट हो जाएगा और इससे रोजाना दिल्ली एनसीआर के लाखों लोगों को फायदा होगा।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments