Athrav – Online News Portal
दिल्ली राजनीतिक राष्ट्रीय

क़तर के अधिकारियों ने भारतीय नौसेना के 8 पूर्व कर्मियों को अरेस्ट कर कथित तौर पर एकांत कारावास में रखा हुआ है।

अजीत सिन्हा / नई दिल्ली 
जयराम रमेश,संसद सदस्य, महासचिव (संचार) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा जारी वक्तव्य: सात महीने से भी पहले,30 अगस्त 2022 को, क़तर के अधिकारियों ने  भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को गिरफ्तार किया था, जो क़तर नौसेना को ट्रेनिंग देने के कार्य में शामिल थे। आठों को कथित तौर पर एकांत कारावास में रखा गया है भारत सरकार को न तो गिरफ्तारियों की सूचना दी गई और न ही इनके ख़िलाफ़ आरोपों के बारे में कोई जानकारी दी गई। मोदी सरकार ने भारत क़तर संबंधों में काफी इन्वेस्ट किया  है।भारत  क़तर का तीसरा सबसे बड़ा एक्सपोर्ट मार्केट है। क़तर में सात लाख प्रवासी  भारतीय हैं। जो वहां की आबादी का एक चौथाई हिस्सा है।इन प्रवासियों में शारीरिक  श्रम करने वाले श्रमिकों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनल्स भी शामिल हैं।प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में दोहा, क़तर का दौरा किया था। 

तब उन्होंने वहां के प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया था और 5 जून 2016 के संयुक्त वक्तव्य में “भारतीय समुदाय की मेजबानी करने और उनके कल्याण एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क़तर के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद दिया था। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भी द्विपक्षीय संबंधों में काफी इन्वेस्ट किया है। उन्होंने पिछले तीन वर्षों में क़तर की चार यात्राएँ की हैं। इन यात्राओं के दौरान उन्होंने क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के साथ-साथ वहां के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाक़ात की थी।राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी नियमित रूप से वहां की यात्रा करने के लिए जाने जाते हैं। 

लेकिन भारत सरकार अभी भी इस मामले के तथ्यों का पता लगाने या नौसेना के पूर्व कर्मियों और उनके परिवारों को न्याय के लिए आश्वस्त करने में असमर्थ क्यों है? विदेश मंत्रीजयशंकर ने संसद में इसे “बहुत ही संवेदनशील मामला” बताया है और कहा है कि हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के “हित हमारे दिमाग़ में सबसे पहले हैं…हम आश्वासन देते हैं,वे हमारी प्राथमिकता में हैं”फिर ऐसा क्यों है कि एक ओमानी नागरिक जिसे नौसेना के पूर्व कर्मियों के साथ गिरफ़्तार किया गया था, उसे नवंबर में रिहा कर दिया गया, लेकिन भारतीय नागरिक अभी भी हिरासत में हैं? क्या प्रधानमंत्री इस वजह से क़तर पर दबाव बनाने में उत्साह नहीं दिखा रहे हैं क्योंकि कतर का सॉवरेन वेल्थ फंड अडानी इलेक्ट्रिसिटी, मुंबई में एक प्रमुख निवेशक है? क्या इसीलिए जेल में बंद पूर्व नौसेना कर्मियों के परिजन जवाब के लिए दर-दर भटक रहे हैं? बीतते हुए समय को देखते हुए, कांग्रेस पार्टी सरकार से आग्रह करती है कि वह भारत के परिवारों और लोगों को बताए कि हमारे पूर्व सैन्य कर्मियों के साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया जा रहा है।

Related posts

कांग्रेस प्रवक्ता श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत ने आयोजित प्रेस वार्ता में बढ़ती महंगाई पर मोदी सरकार पर साधा निशाना-वीडियो सुने

Ajit Sinha

अडानी और अंबानी ने बड़े- बड़े नेताओं और मीडिया को खरीद ली, पर मेरे भाई राहुल गांधी को नहीं खरीद पाए-प्रियंका गांधी

Ajit Sinha

नकली खाद बनाने वाली फैक्टरी का पुलिस ने किया भंडाफोड़, ,मालिक अरेस्ट

Ajit Sinha
0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
error: Content is protected !!
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x