अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा सरकार ने भारतीय सैन्य बलों और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (अद्र्धसैनिक बलों) में सेवारत कर्मियों और उनके परिवारों के आश्रित सदस्यों की समस्याओं का शीघ्रता, सकारा त्मकता , सहानुभूतिपूर्वक और प्राथमिकता के आधार पर निवारण करने के निर्देश दिए हैं।सैनिक एवं अद्र्धसैनिक कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि ऐसी शिकायतों के निवारण के सम्बंध में सावधि निगरानी करने के लिए भी आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि जब भी कोई सैनिक या उसका परिजन किसी कार्यालय में जाता है तो उससे प्यार से पेश आया जाए और उसकी समस्या को शीघ्रता से हल करने के लिए हरसम्भव प्रयास किये जाएं। इससे सैनिक अपनी पारिवारिक समस्या के प्रति निश्चिंत होकर राष्ट्र सेवा का अपना फर्ज पूरी निष्ठा से निभा पाएंगे और उनका मनोबल भी ऊंचा रहेगा।प्रवक्ता ने बताया कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा भारतीय सैन्य बलों और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सेवारत कर्मियों और उनके परिवारों के आश्रित सदस्यों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि बाहरी आक्रमणों से हमारी सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ देश की आंतरिक सुरक्षा में लगे सैनिकों का मनोबल ऊंचा रखने के लिए उनके परिवारों को सामाजिक समर्थन दिए जाने की आवश्यकता है ताकि वे कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी सीमाओं की रक्षा कर सकें।प्रवक्ता ने बताया कि सभी प्रशासकीय सचिवों, विभागाध्यक्षों, बोर्डों व निगमों के प्रबन्ध निदेशकों तथा मुख्य प्रशासकों, मण्डलायुक्तों, उपायुक्तों, उपमण्डल अधिकारियों और विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को इस आशय का एक पत्र जारी किया गया है।