अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और हमारे नेता राहुल गांधी, पार्टी के संगठन महासचिव वेणुगोपाल, लोकसभा में पार्टी के नेता, अधीर रंजन चौधरी आपके बीच में उपस्थित हैं। राहुल गांधी जी अब आपसे अपनी बात करेंगे।
Rahul Gandhi said- Good Morning! Yesterday, the Defence Minister made a statement in both houses about the situation on the Ladakh border with China. There are a couple of things that need to be made absolutely crystal clear.
The first thing is that the Indian Government’s position at the beginning of this was status-quo-ante on April, 2020, that is what the Government was negotiating for. Now sheepishly, the Defence Minister comes and makes a statement and we find that Indian troops are now going to be stationed at Finger-3. Finger-4 is our territory, that is where our post used to be. So, now we have moved from finger-4 to finger-3. Why has the Prime Minister Modi given up Indian Territory to the Chinese? This is the question that needs to be answered by him and by the Defence Minister.
Second, why have Indian troops, after the hard work that they did capturing Kailash ranges, why have they been asked to move back? What has India got in return for this? And most importantly, the more important strategic area, Depsang Plains, why have the Chinese not moved back, these are the real questions. Why have they not withdrawn from Gogra and Hot Springs. It is a very clear thing that has happened; the Prime Minister of India has given Indian Territory to China. हिंदुस्तान की जमीन, पवित्र जमीन नरेन्द्र मोदी ने चीन का पकड़ाई है। ये सच्चाई है।
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार की नेगोशिएटिंग पोजिशन चीन के साथ स्टेट्स -को -एंटे अप्रैल 2020, उसको सरकार भूल गई, उसको छोड़ दिया, उसको फैंक दिया। चीन के सामने नरेन्द्र मोदी ने अपना सिर झुका दिया, मत्था टेक दिया। हमारी जमीन फिंगर 4 तक है। नरेन्द्र मोदी ने फिंगर 3 से फिंगर 4 की जमीन जो हिंदुस्तान की पवित्र जमीन है, वो चीन को पकड़ा दी है। ये पहली बात है।
दूसरी बात, जो स्ट्रेटेजिक एरिया है, डेपसाँग प्लेन्स का, जहाँ चीन अंदर आया है। उसके बारे में एक शब्द नहीं बोला डिफेंस मिनिस्टर ने। वहाँ (चीनी) बैठे हुए हैं, गोगरा और हॉट स्प्रिंग के बारे में एक शब्द नहीं बोला, वहाँ (चीनी) बैठे हुए हैं। सच्चाई ये है कि हमारी जो पवित्र जमीन है, नरेन्द्र मोदी ने चीन को दी है। ये सवाल है, इसका जवाब दें?
On a further question about the Defence Minister’s statement, Shri Rahul Gandhi said- Look, let’s get it straight. First of all, there was no strategic advantage. The Chinese were in our land, the Chinese were in Depsang, they were in Pangong. Our soldiers risked everything, they had, to go to Kailash ranges. That’s where the strategic advantage, if any arose. Now, the Prime Minister has given back the land. Status-quo-ante is irrelevant. Kailash has been given back and nothing has happened on the key area of which China wants, Depsang plains. This is absolute 100% cowardice. This is nothing else. The Prime Minister is a coward who cannot stand up to the Chinese, that is the fact and he is spitting on the sacrifice of our army. That is what he is doing. He is betraying the sacrifice of our army and nobody in India should be allowed to do it, nobody in the rest of the world should be allowed to do it.
That is the fact and yesterday the Defence Minister had given a little statement silently, sheepishly, why didn’t the Prime Minister come and say this? Why has he make the Defence Minister to make the statement, the Prime Minister should say- I have given Indian land to China, this is the truth.एक अन्य प्रश्न की इस मामले पर आप लगातार सवाल उठा रहे थे और सरकार ने अब सदन में उसका जवाब दे दिया है, क्या आप सरकार के जवाब से संतुष्ट हैं, के उत्तर में राहुल गांधी ने कहा कि मैं अभी जो बोला हूं, आपको लगता है कि सवाल मिला है मुझे? देखिए, सवाल ये है हिंदुस्तान की जमीन है। नरेन्द्र मोदी जी ने हिंदुस्तान की जमीन चीन को दी है, ये सवाल है। इसी से सम्बंधित एक अन्य प्रश्न पर गाँधी ने कहा कि वजह ये है कि नरेन्द्र मोदी चीन के सामने खड़े नहीं हो पाए। हमारी आर्मी खड़ी है, वो तैयार है खड़े होने के लिए, एयरफोर्स तैयार है, नेवी तैयार है, मगर प्रधानमंत्री तैयार नहीं हैं। ये वजह है। एक अन्य प्रश्न पर कि संसद का सत्र चल रहा है, रक्षा मंत्री ने बयान दिया था, आप उस समय हस्तक्षेप कर सकते थे? राहुल गांधी ने कहा कि इंटरविन (intervene) करते, हमें लोकसभा में इंटरविन करने थोड़े दिया । We were not allowed in Lok Sabha to raise it and I am sure we will not be allowed to have a debate on it, 100 per cent.
एक अन्य प्रश्न पर कि जब रक्षा मंत्री ने बयान दिया कि पैंगोंग त्सो लेक में जो पेट्रोलिंग को लेकर और अन्य गतिविधियों को लेकर जो समझौता हुआ है, वो बहुत ही पार्शियल सक्सेस मिली है? राहुल गांधी ने कहा कि नहीं, सक्सेस का मतलब क्या – मैं आपके घर आया और आपने डिसइंगेजमेंट किया। आपने मुझे लिविंग रुम पकड़ा दिया, बैडरुम पकड़ा दिया और आप कहते हैं सफलता हो गई। कमाल की बात कर रहे हो। घर हमारा है, सफलता किस बात की? चीन को सफलता इस बात की हो सकती है कि प्रधानमंत्री जी चीन के सामने झुक गए हैं, वो सफलता है चीन की, हिंदुस्तान की नहीं। But वो हमारे घर के अंदर आए हैं। पूरी दुनिया कह रही है कि चीन हमारे घर के अंदर आया है और हमने उनको अपना घर दे दिया। मेन चीज देखिए, पेट्रोलिंग की बात नहीं है, मेन चीज है कि हमारी जो भारत माता है, वो फिंगर चार तक थी। अब भारत माता का एक टुकड़ा चीन के पास है और नरेन्द्र मोदी ने भारत माता का टुकड़ा चीन को पकड़ा दिया है। ये रियलिटी है। एक अन्य प्रश्न पर कि आप जो ये आरोप लगा रहे हैं, ये ‘गिव एंड टेक है’, क्यों प्रधानमंत्री अपनी जमीन दें देंगे? राहुल गांधी ने कहा कि अच्छा! मुझे बताओ कि give तो क्लियर है। Give तो क्लियर है कि फिंगर 3 से फिंगर 4 दे दिया। give क्लियर है कि डेपसाँग में वो बैठे हैं, give क्लियर है कि वो गोगरा और हॉट स्प्रिंग में हैं, take बता दो? चुप हो गए। नहीं, नहीं, take बताओ ना मुझे? आपने give-take की बात की, मैंने give बोला, आप take बताओ? आप चुप हो गए। क्योंकि take है ही नहीं, बस give है। तो रीज़न (reason) क्लियर है। प्रधानमंत्री चीन के सामने खड़े नहीं हो पाए। On a further question, Shri Rahul Gandhi said- I think, people should be enraged about this. I am surprised that the Press is behaving in the way, this is absolutely absurd. I mean, you have a responsibility to raise these things.एक अन्य प्रश्न पर कि रक्षा मंत्री ने संसद में बयान दिया है, लेकिन आपको उन पर भरोसा नहीं, तो आपको किस पर भरोसा होगा? राहुल गांधी ने कहा कि मुझे इंडियन आर्मी पर भरोसा है, एयरफोर्स पर भरोसा है, नेवी पर भरोसा है, हिंदुस्तान की जनता पर भरोसा है। मुझे इन लोगों पर भरोसा है। प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी इस देश की रक्षा करने की है। प्रधानमंत्री ने वो जिम्मेदारी नहीं निभाई है, हमारी जमीन उन्होंने चीन को दी है, ये रियलिटी है। On being asked about the solution, Shri Rahul Gandhi said- It is the responsibility of the Prime Minister to protect the territory of the country. The Prime Minister has ceded Indian Territory to the Chinese. It is his responsibility to solve the problem.