अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति की पहली बैठक हुई। दिल्ली में हुई बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य शामिल हुए। बैठक में भविष्य की रणनीति तय करने के लिए लोकसभा चुनाव परिणामों पर विचार-विमर्श हुआ। करीब तीन घंटे तक चली बैठक में कांग्रेस कार्यसमिति ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाए जाने के लिए प्रस्ताव पास किया। राहुल गांधी ने इसके बारे में सोचने के लिए कुछ वक्त मांगा है। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने शुरुआती वक्तव्य में लोकसभा चुनाव में अथक परिश्रम के लिए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, जनता ने कांग्रेस में विश्वास व्यक्त करके तानाशाही शक्तियों और संविधान विरोधी ताकतों को कड़ा जवाब दिया है।
हिंदुस्तान के मतदाताओं ने भाजपा की दस साल की विभाजनकारी, नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति को खारिज किया है। राहुल गांधी के नेतृत्व में चली दोनों यात्राओं की मदद से कांग्रेस को जनता से जुड़ने और उनकी समस्याओं, सरोकारों एवं आकांक्षाओं को जानने में मदद मिली। इसी आधार पर कांग्रेस पार्टी ने अपना चुनावी अभियान तैयार किया।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, हम कुछ राज्यों में कांग्रेस पार्टी के अच्छे प्रदर्शन पर खुश हैं, तो वहीं उन राज्यों पर भी खास तौर से गौर करना होगा, जहां कांग्रेस पार्टी की संभावनाओं और अपेक्षाओं के विपरीत परिणाम आए। इन सभी बातों पर हम जल्दी ही अलग से चर्चा करेंगे। जो तत्काल कदम उठाना होगा, वो भी हम उठाएंगे।खरगे ने बैठक में इंडिया गठबंधन के साथी दलों की सराहना की और कहा कि विभिन्न राज्यों में सभी सहयोगी दलों ने अहम भूमिका निभाई, हर पक्ष ने यथासंभव योगदान दिया। इंडिया गठबंधन के साथियों के साथ कांग्रेस संसद और संसद के बाहर एकजुट होकर काम करेगी। जिन अहम मुद्दों पर कांग्रेस चुनाव अभियान में गई, वे आम जनता के सरोकार के मुद्दे हैं। इसलिए संसद और संसद के बाहर जनता के मुद्दों को कांग्रेस लगातार उठाती रहेगी। उन्होंने आगामी महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा, कुछ महीनों में महत्वपूर्ण राज्यों के चुनाव होने हैं, हमें हर कीमत पर विरोधी दलों को परास्त कर, अपनी सरकार बनानी है। लोग बदलाव चाहते है, हमें उनकी ताकत बनना होगा। वहीं बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, कांग्रेस कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालने का अनुरोध किया है। चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं के लिए न्याय और सामाजिक न्याय जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। इन मुद्दों को अब संसद के अंदर और अधिक प्रभावी ढंग से उठाने की आवश्यकता है। संसद में इस अभियान का नेतृत्व करने के लिए राहुल गांधी सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।केसी वेणुगोपाल ने कहा, चुनाव से पहले कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज होने और नेताओं को ब्लैकमेल किए जाने के बावजूद, हमने लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस को खत्म करने के प्रयास हुए, लेकिन हम मजबूती से डटे रहे। केसी वेणुगोपाल ने कांग्रेस कार्यसमिति के संकल्प को पढ़कर सुनाते हुए कहा, कांग्रेस कार्यसमिति की यह बैठक हमारे देश के लोगों को इस लोकतंत्र को बचाए रखने, इस गणतंत्र के संविधान की रक्षा करने और सामाजिक-आर्थिक न्याय को बढ़ाने के लिए इतने शक्तिशाली जनादेश के लिए बधाई प्रेषित करती है। यह जनादेश स्पष्ट रूप से लोकतंत्र एवं लोकतांत्रिक संस्थाओं को 2014 के बाद निरंतर दबाए जाने के विरुद्ध है। कांग्रेस कार्यसमिति ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को पुनरुत्थान के मार्ग पर मजबूती से लाने के लिए देश के लोगों को धन्यवाद दिया। कांग्रेस कार्यसमिति ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी,प्रियंका गांधी को धन्यवाद दिया, जिन्होंने पार्टी के इस जुझारू अभियान का नेतृत्व किया। कांग्रेस कार्यसमिति ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों, कांग्रेस विधायक दल के नेताओं, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों, ब्लॉक अध्यक्षों, बूथ स्तर के एजेंटों और कांग्रेस के शक्तिशाली संगठन में सभी के योगदान की सराहना की।कांग्रेस कार्यसमिति के संकल्प में कहा गया, “इसमें कोई संदेह नहीं कि हम पुनर्जीवित हो चुके हैं, लेकिन देश के राजनीतिक जीवन में पार्टी का जो प्रमुख स्थान था, उसे हासिल करने के लिए हमें अभी भी लंबा सफर तय करना बाक़ी है। भारत की जनता ने कांग्रेस को एक और मौका दिया है। अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस अवसर का लाभ उठाएं और हम ऐसा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। यह इस कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक की दृढ़ प्रतिबद्धता है। कांग्रेस सामाजिक व आर्थिक न्याय एवं संवैधानिक मूल्यों, सिद्धांतों व प्रावधानों के प्रति अपनी कटिबद्धता दोहराती है।”कांग्रेस कार्यसमिति ने विभिन्न राज्यों में अपने घटक दलों को लोकसभा चुनाव को सशक्त तरीके से लड़ने के लिए भी धन्यवाद दिया।वहीं लोकसभा चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 2024 का चुनाव नरेंद्र मोदी के लिए व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक हार है। ये जीत देश की जनता की जीत है। ये जीत संविधान को सुरक्षित रखने की जीत है। उन्होंने आगे कहा, जिन राज्यों में परिणाम हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं आए हैं, वहां की समीक्षा के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। जो कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
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