अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पहले सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के दोनों टावर एपेक्स-सियान को तीन माह में गिराने का आदेश दिया और अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने कंपनी के मालिक आर के अरोड़ा की कोठी और कार्यालयों पर बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामले छापामारी की। ईडी की तरफ से इस संबंध में कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया है। बुधवार सुबह 8 बजे से शुरू हुई संयुक्त कार्रवाई अभी जारी है।
सुपरटेक बिल्डर का दफ्तर नोएडा के सेक्टर-96 स्क्वायर टावर की 22वीं मंजिल पर है। जहां बुधवार सुबह करीब आठ बजे ईडी की टीमें इनोवा गाड़ी में सवार होकर अचानक सुपरटेक बिल्डर के दफ्तर में पहुंची। वही ईडी और ईओडब्लू कि दूसरी टीम नोएडा के सेक्टर-36 स्थित प्रोमोटर आरके अरोड़ा के घर में पहुंच कर छापेमारी की गई, जो अभी जारी है। जानकारी के अनुसार ईडी और ईओडब्ल्यू ऑफिस और घर में मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन कब्जे में ले लिया और उनके बाहर जाने और लोगों किसी से सम्पर्क करने पर पाबंदी लगा दी। सूत्रों के अनुसार यह छापेमारी किसी लेनदेन के मामले को लेकर की गई है। टीमों ने ट्विन टॉवर से जुड़े दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं। सुपरटेक से जुड़े कुछ वरिष्ठ लोगों से भी पूछताछ किए जाने की भी खबर है। ईडी ने अभी इस संबंध में कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया है। बुधवार सुबह 8 बजे से शुरू हुई संयुक्त कार्रवाई अभी जारी है। छापेमारी कर ईडी की टीम बिल्डर से पूछताछ कर रही है। कई घंटों से बिल्डर के कार्यालय में जांच पड़ताल जारी है। ईडी की टीम सबूतों की कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही है। सुपरटेक ट्विन टावर निर्माण में नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों और बिल्डर की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर एसआईटी ने जांच की थी।
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