संवाददाता, लखनऊ : रेलवे बोर्ड के संरक्षा सुपरवाइजर्स को यूनियन के पदों से हटाने के आदेश से ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) और नैशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेन (एनएफआईआर) ने सोमवार को देश भर में काला दिवस मनाया। राजधानी में नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन व उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन ने अलग-अलग प्रदर्शन कर जारी आदेश को वापस लिए जाने की मांग की। यूनियनों ने चेतावनी दी है कि अगर आदेश वापस न हुआ तो वह आर-पार की लड़ाई लड़ने पर विवश हो जाएंगे।रेलवे बोर्ड की डिप्टी डायरेक्टर निर्मला यू तिर्की ने संरक्षा कैटिगरी के कर्मचारियों को अपनी-अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाने के लिए 31 मार्च 2017 तक संरक्षा कैटिगरी के सुपरवाइजर्स को यूनियन के पदाधिकारी के पद से हटाने के निर्देश दिए हैं। इससे यूनियनों में नाराजगी है। इसके विरोध में नेताओं ने धरना-प्रदर्शन व काला दिवस मनाकर विरोध शुरू कर दिया है। चारबाग स्टेशन पर सोमवार दोपहर यूआरएमयू के मंडल मंत्री आरबी सिन्हा व मंडल अध्यक्ष केएल श्रीवास्तव ने प्रथम श्रेणी पोर्टिको पर आयोजित सभा में कहा कि अगर रेलवे बोर्ड ने अपनी हठधर्मी नहीं छोड़ी तो कर्मचारियों को आंदोलन करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि संरक्षा कर्मियों के यूनियन नेता बनने से कोई नुकसान नहीं है। वहीं एनई रेलवे मजदूर यूनियन के मंडल अध्यक्ष अजय वर्मा ने मंडल कार्यालय में काला दिवस मनाया। दूसरी यूनियन की आउटडोर शाखा ने लखनऊ जंक्शन पर विरोध प्रदर्शन किया। देर शाम यूनियन ने मशाल जुलूस भी निकाला।
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