अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : आज हुई मूसलाधार बारिश में ग्रीन फील्ड कालोनी के रेलवे अंडरपास में तक़रीबन 5 से 6 फुट तक बारिश का पानी भर गया जिसमें कई गाड़ियां डूब कर बंद हो गई.जिसे लड़कों ने पानी में धक्का देकर बाहर निकला। फिलहाल तैरती हुई एक कार को पानी से निकालते हुए का ताजा तस्बीर को आप स्वंय इस खबर में प्रकाशित वीडियो में देख सकते हैं। हालाकिं ग्रीन फिल्ड कालोनी की तरफ से बेरीगेट लगा कर रेलवे अंडर पास की ओर जाने वाले रास्ते को पुलिस ने जलभराव के कारण रोक रखा हैं पर नेशनल हाइवे 2 स्थित एनएचपीसी की तरफ से ग्रीन फिल्ड कालोनी की ओर आने वाले साइड में कोई बेरीगेट नहीं लगा हैं कारण लोग अपने गाडी लेकर कम पानी होने का अंदाजा लगा कर जमा हुई पानी में घुस जाते हैं और बीच मझधार में फंस जाते हैं।
ग्रीन फिल्ड कालोनी पुलिस चौकी के इंचार्ज जगजीत सिंह का कहना हैं कि अपने इलाके में बेरीगेट रेलवे अंडरपास में जलभराव होने के कारण लगाईं हुई हैं, ताकि कोई भी गाडी चालक उस जलभराव का शिकार न हो सकें। वहां बारिश का पानी काफी ज्यादा हैं। सवाल के जवाव में उनका कहना हैं कि अभी तक इस जलभराव में 3 -4 गाड़ियां डूब चुकी हैं जिसे पानी से धक्का देकर बाहर निकाल दिया गया हैं और किसी की कोई जान का नुक्शान नहीं हुआ हैं। उधर,आरडब्लूए के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना का कहना हैं कि ग्रीन फिल्ड कालोनी रेलवे अंडरपास में हल्की बारिश में भी तक़रीबन 5 से 6 फुट तक बारिश का पानी भर जाता हैं जिसके कारण यहां से आने जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। आज की बारिश में भी इस अंडरपास में कई गाड़ियां डूब कर बंद हो चुकी हैं।
उनका कहना हैं कि तक़रीबन दो साल पहले इस समस्या से मुख्यमंत्री मनोहर लाल को अवगत कराया गया था। इससे हल्का फुल्का समाधान तो हुआ पर पक्का समाधान नहीं हुआ। पीड़ित अशोक कुमार का कहना हैं कि आज वह अपने कार से दिल्ली से सूरजकुंड से होते हुए ग्रीन फिल्ड कालोनी के रास्ते अपने घर नहरपार स्थित ग्रेटर फरीदाबाद के लिए जा रहे थे जैसे ही वह रेलवे अंडर के नजदीक पहुंचे तो देखा कि अंडरपास में पानी भरा हुआ था। उन्होनें सोचा की रेलवे अंडरपास थोड़ा बहुत पानी भरा होगा पर अंदर घुसने के बाद उनका सोच गलत निकला और पानी में उनकी कार डूब कर बंद हो गई जिसे लोगों ने धक्के देकर पानी से बाहर निकला। उनका कहना हैं कि यहां पर तक़रीबन ढाई -तीन घंटे से खड़े हैं पर उनकी गाडी अभी तक ठीक नहीं हो पाई हैं, इतना ज्यादा पानी इस अंडरपास में होता हैं। ऐसे में कलोनिनाइजरों को सावधान के नाम से एक बोर्ड इस अंडरपास के पास जरूर लगाना चाहिए जिसे पढ़ कर लोग इस अंडरपास में जलभराव के वक़्त गाडी लेकर न घुस सकें।