अजीत सिन्हा।/ नई दिल्ली
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि नमस्कार साथियों, आज एक विशेष व्यक्ति को हम आपके सामने लाए हैं और ये पहली बार आपके समक्ष प्रेस वार्ता करने के लिए आए हैं और उम्मीद करते हैं कि अब आते रहेंगे। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल मानवेंद्र सिंह जी, सांसद रहे हैं और जब सांसद थे, तो सबसे महत्वपूर्ण समिति रक्षा मामलों की समिति के सदस्य थे, विधायक रहे हैं और फिलहाल राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड, राजस्थान के अध्यक्ष हैं। रक्षा मामलों में इनका अध्ययन मुझे नहीं लगता कि राजनीति में कोई और व्यक्ति, कम से कम मैं तो नहीं जानता कि इनसे बेहतर अध्ययन किसी और ने किया होगा। रक्षा मामलों के विशेषज्ञ हैं और जिसको अंग्रेजी में कह सकते हैं कि He is an authority on Defence matters. So, I am very happy to introduce, everyone knows him of course, but, I am introducing him in a new Avatar. He will continue to address you and interact with you, but, this is his debut press conference. I present to you, Lieutenant Colonel Manvendra Singh Ji.
मानवेंद्र सिंह ने कहा कि जिस प्रकार राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, देश को नुकसान तो है ही, देश की सुरक्षा को भी है, परंतु हमारे जो युवा हैं, जो भविष्य बनाते हैं देश का, युवाओं के साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है और उनके भविष्य से बहुत बड़ा खिलवाड़ हो रहा है। अग्निपथ य़ोजना, जिसका आज से रजिस्ट्रेशन चालू हुआ है, अग्निपथ योजना के कारण मैं समझता हूं कि 50,000 के आस-पास हमारे युवक, जिन्होंने भर्ती प्रक्रिया में भाग लिया था, जो दौड़ में पास हो गए थे, जो मैडिकल में भी पास हो गए थे और केवल लिखित की परीक्षा बाकी थी मैरिट बनने के लिए, उन 50,000 के लगभग युवाओं के साथ धोखा हुआ है और उनकी पूरी भर्ती प्रक्रिया रद्द की गई है और नए सिरे से उनको भर्ती प्रक्रिया में भाग लेना पड़ेगा।
नए सिरे में जो भी प्रांत का कोटा होता था, हर प्रांत का जो विशेष कोटा होता था, नए सिरे में वो कोटा नहीं है, तो कोई भरोसा नहीं कि किस प्रांत से कितनी भर्ती आगे होगी। जब तक महीने भर बाद रजिस्ट्रेशन के आंकड़े नहीं आएंगे, तब तक हम कह नहीं सकते कि किस प्रांत में कितने युवकों ने रजिस्टर किया है इस नई भर्ती प्रक्रिया के लिए और वैसे भी नई भर्ती के बाद जब वो प्रशिक्षण करेंगे और फिर उनका यूनिट में जाने का अवसर आएगा, कसम परेड होगी, यूनिट में जाएंगे, तो यूनिट में एक प्रकार की डबल सॉल्जरिंग होगी। मतलब दो प्रकार के सैनिक होंगे। एक जो वर्तमान में अधिकतम संख्या में हैं, जिनकी नौकरी फिक्स्ड है, जो तनख्वाह पुरानी व्यवस्था में ले रहे हैं और जिनकी आगे जो सुविधा है,
चाहे छुट्टी की हो, मेडिकल की हो, शिक्षा की हो अपने परिवारों के लिए, वो सब सुविधा उनके लिए उपलब्ध है और नए जिनका नामकरण अग्निवीर के नाम से किया गया है, उनको ना तो तनख्वाह मिलेगी और ना ही छुट्टी मिलेगी और ना ही वो मेडिकल व्यवस्था, एक्स सर्विसमैन स्टेटस तो है ही नहीं उसमें और आगे उनके बालक, मतलब बच्चों के लिए शिक्षा की व्यवस्था भी नहीं है। तो एक कॉमबैट यूनिट में जो युद्ध के समय इंटर्नल सिक्य़ोरिटी का हो या बॉर्डर पर हो, एक कॉमबैट यूनिट में दो प्रकार के सैनिक कभी सफल नहीं हो सकते, क्योंकि दोनों में प्रशिक्षण में अंतर है और नौकरी की जो व्यवस्था है, जो उनका कॉन्ट्रैक्ट है, उसमें अंतर है। ये एक आपस में कॉन्फिडैंस नहीं होने का एक बहुत बड़ा कारण होगा और मुझे भय है कि जो यूनिट की जो हम एकता बताते हैं, कोलिजन बताते हैं, वो कोलिजन पर एक बहुत बड़ा झटका लगेगा और कॉमबैट एफिशेंसी जिस हम कहते हैं, उस पर एक बहुत ठेस लगेगी। हम केंद्र सरकार से इस अग्निवीर योजना को तुरंत वापिस लेने की मांग करते हैं।
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