सूरत: सांसारिक सुख भोगने के लिए इंसान हमेशा मेहनत करता है. लेकिन कभी कभी ऐसे लोग भी सामने आ जाते हैं जो धन-दौलत होते हुए भी इस सांसारिक सुख को त्याग देते हैं और संन्यासी बन जाते हैं. इसी कड़ी में है एक नाम स्तुति शाह का जो 18 साल की उम्र में सब कुछ छोड़ रही हैं. दिलचस्प बात यह है कि वे उसी फरारी कार पर बैठकर निकली हैं जो कभी सचिन तेंदुलकर के पास थी.
दरअसल, गुजरात के सूरत की रहने वाली 18 वर्षीय स्तुति शाह का अब सांसारिक मोह माया का त्याग कर संन्यासी जीवन जीने का मन बना चुकी हैं. स्तुति अपने धर्म गुरुओं के पास दीक्षा की तारीख लेने के लिए फरारी कार में सवार होकर गईं.
सूरत में कैलाश नगर की रहने वाली स्तुति 26 फरवरी 2020 को गुरु भगवंतो के सानिध्य में दीक्षा ग्रहण करेंगी. स्तुति शाह सोमवार को दीक्षा की तारीख़ लेने के लिए गुरु भगवंतो के पास बाजे गाजे के साथ महंगी कारों के काफिले के साथ निकलीं. और वे उस कार में सवार थीं जो कभी सचिन तेंदुलकर के पास थी. स्तुति शाह के पिता सुरेश ने अपनी बेटी के लिए फरारी और ऑडी कार की व्यवस्था की थी, स्तुति लाल रंग की फरारी कार में सवार थीं. कभी सचिन तेंदुलकर के पास रही यह कार अब सूरत के एक बिल्डर के पास है. दीक्षा लेने की तारीख लेने गईं स्तुति अपने घर से सज धज कर फ़रारी कार में सवार होकर निकली थीं.
दुनिया के दस देशों का भ्रमण कर चुकीं स्तुति शाह का कहना है कि उन्हें सांसारिक सुख बनावटी नजर आया और उन्होंने अपनी आत्मा के कल्याण के लिए संयम का मार्ग चुना है. स्तुति शाह के पिता सुरेश शाह का कहना है कि दो संतानो में बड़ी स्तुति पढ़ाई लिखाई से लेकर गाने और नाचने में भी अव्वल रही है. अब उसने जब निश्चय कर लिया है तो अच्छी बात है. साध्वी बनने के बाद स्तुति सारी उम्र पैदल ही भ्रमण करेंगी. पेशे से जमीन का कारोबार करने वाले सुरेश शाह अपनी बेटी स्तुति के फैसले के साथ हैं.