अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: ऊर्जा समिति ने आज हरियाणा दिवस और दीपावली के पावन त्यौहार की सभी को बधाई देते हुए बिजली बचाने के साथ स्वच्छ व प्रदूषण रहित दिवाली मनाने की अपील की है। बिजली की बचत के लिए अपने घरों पर लगने वाली लाईटों का कम से कम प्रयोग करें। ऊर्जा समिति के महासचिव संजय कुमार चुघ ने बताया कि बिजली का आवश्यक इस्तेमाल तो जरूरी है मगर व्यर्थ होने से बचाना हम सब का कर्तव्य है। इसी तरह बमों व पटाखों से त्यौहार मनाना कोई अनिवार्य नहीं हैं। अपनी खुशी का इजहार तो मिठाई, उपहारों, रंगोली व मिट्टी के दीयों के साथ, दूसरों में खुशियां व प्यार बांटकर कर सकते हैं। त्यौहार का सही आनंद तो परम्परा और पर्यावरण में संतुलन रखते हुए स्वच्छ व प्रदूषण मुक्त वातावरण में ही आएगा। हमें मिलजुलकर ही हर प्राणी के स्वास्थ्य हित का ध्यान रखना है।
उन्होंने बताया कि लोग अपने घरों को घी के दीयों से सजाएं और ज्यादा वाट के बल्बों व लाइटों के स्थान पर कम वाट की एलईडी व स्लिम लाइटों का इस्तेमाल करें। इससे बिजली की खपत कम होगी और पर्यावरण संतुलित होगा। ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा का उत्पादन है, इसलिए बचत को साधन बना कर ऊर्जा की मांग व आपूर्ति में समन्वय स्थापित किया जा सकता है। दीवाली जैसे त्यौहारों के अवसर पर बिजली की बढती मांग के मध्यनज़र बचत करना प्रत्येक नागरिक का दायित्व है। बिजली को नियंत्रित करके एवं समझदारी से इस्तेमाल करके हम अपने खर्च के साथ-साथ देशहित में ऊर्जा बचत कर सकते हैं। ऊर्जा समिति के महासचिव ने सतर्क किया कि धुएं से दमा, ब्रोंकाइटिस, चर्म रोग और दिल का दौरा पड़ने जैसी अन्य अनेक बीमारियां पैदा होती है। पटाखे फोड़ने से प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक बढ़ जाता है जोकि बहुत हानिकारक है। इससे आप और हम सब मिलकर ही छुटकारा पा सकते हैं।उन्होंने बताया कि लोग अपने रुपयों की बचत करके शांति और सौहार्द भरे माहौल में दीवाली मनाएं। अपनी ऊर्जा को बचाकर प्रदूषण रहित वातावरण रखने में सहयोग दें। हम वातावरण को सुंदर बनाकर इस दिवाली की खुशियां औरों में भी बांट सकते हैं।