अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुमित गौड़ ने कहा है कि भाजपा सरकार की लचर कार्यशैली के चलते स्मार्ट सिटी फरीदाबाद को स्वच्छता सर्वेक्षण में देशभर में 381 वां स्थान हासिल हुआ है, इससे साबित हो गया है कि सरकार इस जिले को कूड़ा घर बनाने में लगी है क्योंकि इससे पहले 2022 में इस जिले को 36 वां स्थान मिला था, मात्र एक साल में यहां इतनी गंदगी और कूड़ा हो गया कि यह जिला स्वच्छता सर्वेक्षण में 381 नंबर तक जा पहुुंचा। सुमित गौड़ सेक्टर-10 स्थित अपने कार्यालय पर प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। गौड़ ने कहा कि भाजपा सरकार की स्मार्ट सिटी कूड़ा सिटी बनकर रह गई है, जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए है, हर तरफ धूल उड़ती रहती है, वाहनों के आने जाने से भी धूल का गुबार बन जाता है और तो और चाहे पॉश सेक्टर हो या फिर हर जगह गंदगी का बोल बाला है, न तो नगर निगम और न ही एफएमडीए ही शहर को साफ करने में कोई रुचि दिखा रहे है, जिससे स्थानीय निवासी खासे परेशान है।
सुमित गौड़ ने कहा कि यह शहर के लोगों के लिए दुर्भाग्य की बात है कि फरीदाबाद दिल्ली एनसीआर के शहरों में भी सबसे गंदा है, शर्मनाक स्थिति यह है कि प्रदेश के 20 शहरों में भी अपने शहर को 19वां स्थान मिला है। उन्होंने बताया कि पिछले साल स्वच्छता सर्वेक्षण में फरीदाबाद को 36वीं रैंक मिली थी, लेकिन इस साल रैंकिंग गिरकर 381 पहुंच गई, यानी सीधे 345 रैंक की गिरावट दर्ज की गई है। 446 शहरों की इस रैंकिंग में 382 वां नंबर आना, यह दर्शाता है कि शहर में सफाई के क्या इंतजाम होंगे? सफाई के नाम पर सिर्फ करोड़ों रुपए के बिल बनाकर भुगतान किया जा रहा है, जबकि काम कुछ नहीं हो रहा। शहर में न तो घर-घर से कूड़ा उठ रहा और न ही सार्वजनिक शौचालयों की सफाई हो रही है। रिहायशी इलाकों से लेकर शहर के बाजार भी पूरी तरह साफ नहीं है। सुमित गौड़ ने कहा कि उन्होंने स्मार्ट सिटी में गंदगी और बदहाली की आवाज भाजपा सरकार व प्रशासन के समक्ष धरने प्रदर्शन के माध्यम से समय-समय पर उठाई है और वह सरकार को चेताते है कि अगर जल्द ही शहर की सफाई व्यवस्था ठीक नहीं हुई तो वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बड़ा धरना प्रदर्शन करके सरकार की ईट से ईट बजाने का काम करेंगे।
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